भारत और चीन के बीच पिछले एक महीने से चल आ रहे गतिरोध का मामला आज फिर से सदन में उठा. इसी मुद्दे पर राज्यसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इस मामले में भारत का साथ देने के लिए पूरा विश्व खड़ा है. जो भी नियम और कानून बनाये गये हैं वह हमारे पक्ष में हैं. वहीं चीन के खिलाफ भारत अपना बचाव करने में पूरी तरह से सक्षम है.
उन्होंने कहा कि चीन सिक्किम के डोकलाम ट्राइ-जंक्शन इलाके की स्थिति बदलकर वहां पर पहुँचने की कोशिश कर रहा है. इसके लिए वह उस इलाके में सड़कों की मरम्मत कर रहा है. ताकि उस पॉइंट पर पहुंचकर उसे ख़त्म किया जा सके. यह देश कि सुरक्षा के लिए खतरा है.
सुषमा स्वराज ने आगे कहा कि चीन, भारत से अपने सैनिकों को सीमा पर से वापस बुलाने की मांग कर रहा है. मगर यह तभी संभव है जब चीन अपने सैनिकों को वहां से वापस बुलाये. तभी दोनों पक्षों के बीच बातचीत संभव है. सभी देश इस मसले पर भारत के साथ और डोकलाम में चीनी हरकतों के खिलाफ हैं. भारत की स्थिति पर उन्होंने कहा कि कानून एवं नियम पूरी तरह से हमारे पक्ष में हैं.
गौरतलब है कि डोकलाम में एक ट्राईजंक्शन है और 2012 में एक लिखित समझौते के तहत फैसला हुआ था कि इसमें कोई भी फेरबदल भारत, चीन और भूटान के बीच चर्चा के बाद ही होगा. इस क्षेत्र में चीन लगातार किसी कारणवश इस क्षेत्र में दखल देते आया है.