शिमला: प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत विधानसभा क्षेत्र कुटलैहड़ की 12 ग्राम पंचायतों की सौ हेक्टेयर भूमि को सिंचित किया जाएगा. इसके लिए जल शक्ति विभाग ने पीएमकेएसवाई के तहत उठाऊ पेयजल योजना स्थापित करने के लिए 45 करोड़ रुपए की डीपीआर तैयार कर दी है.
जिसे कमेटी से पास करवाकर केंद्र सरकार को स्वीकृति प्रदान करने के लिए भेज दी गई है. जैसी ही केंद्र सरकार इस योजना के लिए स्वीकृति प्रदान करती है, उसी दौरान इस योजना को स्थापित करने के लिए कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
भरमौती सतलुज दरिया से उठाया जाएगा पानी
इस योजना के तहत भरमौती सतलुज दरिया से मशीनों द्वारा पानी उठाया जाएगा और बल्ह खालसा में 3.50 लाख लीटर क्षमता वाले पानी के टैंक में भंडारण किया जाएगा. जहां पर से कुटलैहड़ की 12 पंचायतों को ग्रेविटी की मदद से खेतों को सिंचित करने को पानी छोड़ा जाएगा. 12 पंचायतों की 600 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने का लक्ष्य रखा गया है.
राइजिंग मेन-पाइपलाइन पर खर्च होंगे 19 करोड़
भरमौती सतलुज दरिया के पास स्थापित किए जाने वाले राइजिंग मेन पाइप लाइन पर 19 करोड़ रुपए खर्च होंगे. यह पाइप लाइन 7.50 किलो मीटर लंबी होगी और पाइप 550 एमएम की डाली जाएगी. इसके अवाला मेन डिलिवरी टैंक डेढ़ लाख से तीन लाख लीटर के बनेंगे. साथ ही पानी के वितरण नेटवर्क के लिए 45 किलो मीटर लंबी पाइप लाइन डाली जाएगी. इसका डाया करीब 150 से 300 किलो मीटर के बीच रहेगा. जिस पर भी करीब छह करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
भरमौती में स्थापित होगा राइजिंग मेन
सतलुज दरिया से पानी को उठाने के लिए जल शक्ति विभाग भरमौती में राइजिंग मेन स्थापित करेगा. इसमें कुल 12 पंप हाउस स्थापित किए जाएंगे. जिसमें एक पंप हाउस पर 1.30 करोड़ रुपए खर्च होगा. प्रत्येक पंप हाउस में 810 हाउस पावर की मोटरों को स्थापित किया जाएगा. इन 12 पंप हाउस की मोटर्स को मिलाकर कुल राइजिंग मेन का पंप हाउस 9720 हाउस पावर मोटर्स का हो जाएगा. इन सभी मोटर्स के माध्यम से पानी को सतलुज दरिया से उठाया जाएगा और बल्ह खालसा में बनने वाले जल भंडारण टैंक में शिफ्ट किया जाएगा. जहां से ग्रेविटी के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाएगी.