नई दिल्ली: मानसून सत्र में दोनों सदनों की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए आज सर्वदलीय बैठक हो रही है. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सभी सदस्यों को रविवार की शाम में संसद में आमंत्रित किया है. इसके साथ ही एनडीए नेताओं की भी बैठक हो रही है, जिसमें वे भावी रणनीति पर विचार विमर्श करेंगे. संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा.
संसद के आगामी मानसून सत्र में 16 नए विधेयक पेश किए जाएंगे, जिनमें जम्मू एवं कश्मीर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक और नागरिकता संशोधन विधेयक शामिल हैं.
राज्य सभा में 16 और लोकसभा में नौ पुराने विधेयक पेंडिंग है. सरकार सभी पुराने विधेयक को पूरा करने की कोशिश करेगी.
1. जम्मू एवं कश्मीर में जीएसटी लागू करने से संबंधित दो विधेयक संसद में पारित पर सदनों में विचार होगा, इसके साथ ही मनोरंजन और क्रीड़ा पर पर जीएसटी के संबंधित कर लगाने पर बातचीत की जाएगी.
2.बैंकिंग नियमन (संशोधन) विधेयक- भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को बैंकों के बुरे ऋण के निपटान का निर्देश देने का अधिकार प्रदाने करने से संबंधित विधेयक बैंकिंग नियमन (संशोधन) विधेयक को भी पारित किया जाएगा.
3. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (संशोधन) विधेयक -: इस विधेयक के जरिए एनआईए के अधिकार क्षेत्र में वृद्धि, एनआईए की विशेष अदालतों में न्यायाधीशों की नियुक्ति प्रक्रिया को सरल बनाना और अनुसूचित अपराधों की जांच में खास तकनीकी के इस्तेमाल की इजाजत देना है.
4. गैर-कानूनी गतिविधियां (निरोधक) अधिनियम (संशोधन) विधेयक -: संशोधन कर ‘अदालत’ की परिभाषा में सुधार ताकि महनिदेशक (डीजी) और एनआईए को जांच के अधीन आतंकवादी मामलों में संबंधित संपत्ति को जब्त करने का अधिकार दिया जा सके.
5. नागरिकता (संशोधन) विधेयक – इस विधेयक से अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से अवैध तरीके से भारत आने वाले हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है.
6. भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) विधेयक – इस विधेयक के जरिए रिश्वत देने को भी अपराध घोषित किया जाएगा.
7. भारतीय प्रबंधन संस्थान विधेयक – इस विधेयक का उद्देश्य देश के मौजूदा 20 आईआईएम को स्वतंत्र वैधानिक दर्जा प्रदान करना है तथा उन्हें राष्ट्रीय महत्व के संस्थान घोषित करना है। इस विधेयक के पारित होने के साथ सभी आईआईएम अपने विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान कर सकेंगे.
8. व्हिसल ब्लोअर संरक्षण (संशोधन) विधेयक – यह विधेयक राज्य सभा में पारित होने के लिए अटका हुआ है। इसके अलावा निर्धारित 10 श्रेणियों के तहत आने वाली भ्रष्टाचार से संबंधित जानकारियों के खुलासे पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.