नई दिल्ली. बुधवार को देश के लोकतंत्र पर हमले को 16 साल पूरे हो गए हैं. 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमला हुआ था. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडु, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के नव-निर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी सहित कई नेता शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देंने पहुंचे.
संसद पर हुए हमले में लश्कर-ए-तैयबा के 5 आतंकी शामिल थे. हमले में 14 लोगों की मौत हो गई थी जिनमें 1 आम नागरिक, 5 आतंकवादी और अन्य सुरक्षाकर्मी थे. आतंकियों ने परिसर में दाखिल होकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी.
ये आतंकी संसद भवन में दाखिल होने में नाकाम रहे थे वरना घटना और भी बड़ी हो सकती थी. संसद भवन के अंदर तकरीबन 100 सांसद मौजूद थे.