यमन में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गयीं हैं. पिछले सात सप्ताहों में हैजे से मरने वालोंं की संख्या 1,054 तक पहुंच गयी है. आशंक है कि यह 1,51,000 लोगों को अपने गिरफ्त में ले सकती है. डब्ल्यूएचओ ने पिछले महीने कहा था कि हैजा के संदिग्ध मामलों की संख्या अगले छह महीनों में तीन लाख तक पहुंच सकती है. 27 अप्रैल के बाद से केवल सात सप्ताहों में 22 में से 20 प्रशासनिक क्षेत्रों में हैजा फैल चुका है.
वर्तमान में जारी संघर्ष के कारण कई अस्पताल बंद हो चुके हैं. उनमें से केवल 45 प्रतिशत का संचालन हो रहा है और वे भी सामान और कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे हैं. देश की कुल आबादी के दो तिहाई यानी करीब 1.9 करोड़ लोगों को मानवीय और सुरक्षा सहायता की जरूरत है. करीब 1.03 करोड़ लोग भुखमरी की कगार पर हैं और 1.45 करोड़ को पीने का साफ पानी उपलब्ध नहीं है.