नई दिल्ली. देश की 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को साल 2018 तक इंटरनेट से जोड़ दिया जाएगा. संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने अपने एक बयान में ये बात कही. लोक सभा में बोलते हुए मनोज सिन्हा ने कहा कि भारतनेट प्रोजेक्ट के तहत देश की सभी ग्राम पंचायतो को 100 एमबीपीएस कनेक्टिविटीब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जाएगी.
उन्होंने बताया कि सरकार ने देश के सभी ग्राम पंचायतों को 100 एमबीपीएस ब्रॉडबैंड कनेक्टीविटी प्रदान करने के लिए भारत नेट परियोजना तैयार की है. परियोजना के पहले चरण में भूमिगत ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाकर एक लाख ग्राम पंचायतों को जोड़ा जाएगा. इस परियोजना का कार्यान्वयन किया जा रहा है. दूसरे चरण के अंतर्गत शेष 1.5 लाख ग्राम पंचायतों में भूमिगत फाइबर, बिजली की तारों के ऊपर फाइबर, रेडियो और सेटलाइट मीडिया का इस्तेमाल करते हुए कनेक्टीविटी प्रदान की जाएगी। दूसरे चरण का कार्य मार्च 2019 तक पूरा होगा.
ग्राम पंचायतों में वाई फाई हॉट स्पॉट बनाए जाएंगे :
मनोज सिन्हा ने आगे कहा कि ग्राम पंचायतों में वाई फाई हॉट स्पॉट भी क्रिएट किए जाएंगे. मंत्रालय की ओर से इस संबंध में अप्रूवल भी दिया जा चुका है. इस योजना के तहत हर ग्राम पंचायत में दो वाई फाई हॉट स्पॉट बनाए जाएंगे. नवभारत प्रोजेक्ट यूनीवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड के तहत काम करता है. इस योजना में उन गांवों को भी इंटरनेट से जोड़े जाने की योजना है जहां वामपंथी चरमपंथ का ज्यादा असर है. इस योजना के तहत उत्तर पश्चिमी राज्यों में 8,621 गांवो को इंटरनेट कनेक्टिविटी से जोड़ा जाएगा.
वर्ष 2020 तक ब्रॉडबैंड कनेक्शनों की संख्या 60 करोड़ पहुंच जाएगी
संचार मंत्री ने कहा है कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा प्रदान की गई सूचना के अनुसार 31 मार्च 2017 तक देश में 422.19 मिलियन ब्रॉडबैंड ग्राहक थे और इंटरनेट की पैठ (इंटरनेट ग्राहक प्रति 100 आबादी) 32.86 प्रतिशत थी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय दूरसंचार नीति–2012 में वर्ष 2020 तक ब्रॉडबैंड कनेक्शनों की संख्या 60 करोड़ तक पहुंचाने के बारे में विचार किया गया है.
उन्होंने बताया कि सरकार ने देश के सभी ग्राम पंचायतों को 100एमबीपीएस ब्रॉडबैंड कनेक्टीविटी प्रदान करने के लिए भारत नेट परियोजना तैयार की है. परियोजना के पहले चरण में भूमिगत ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाकर एक लाख ग्राम पंचाय को जोड़ा जाएगा। इस परियोजना का कार्यान्वयन किया जा रहा है. दूसरे चरण के अंतर्गत शेष 1.5 लाख ग्राम पंचायतों में भूमिगत फाइबर, बिजली की तारों के ऊपर फाइबर, रेडियो और सेटलाइट मीडिया का इस्तेमाल करते हुए कनेक्टीविटी प्रदान की जाएगी.
केरल का इदुक्की पूर्ण रूरल ब्रॉडबैंड कवरेज वाला भारत का पहला जिला
नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क (एनओएफएन) के आरंभ के साथ ही केरल का इदुक्की भारत का पहला ऐसा जिला है जिसके सभी क्षेत्र हाई स्पीड ब्रॉडबैंड से जुड़े हुए हैं। 13 जनवरी, 2015 संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने केरल के पूरे इदुक्की जिले में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड का शुभारम्भ किया था.
वर्तमान में जिले में आठ ब्लॉक कार्यालय और 53 ग्राम पंचायतें हैं जिनमें से सभी आठ ब्लॉक कार्यालयों और 52 ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर पर जोड़ा जा चुका है. वहीं, एक ग्राम पंचायत – इदामालाकुडी को वीसैट के जरिए जोड़ा गया है. इदामालाकुडी एक जनजातीय ग्राम पंचायत है जिसमें 26 जनजातीय गांव हैं जिनकी आबादी करीब 2200 हैं. यह पेट्टीमुडी से करीब 18 किमी. की दूरी पर है.