ऊना. एकीकृत ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा मिशन रीव के तहत ऊना में 30 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है. शिविर के तीसरे दिन जिला की विभिन्न पंचायतों में तैनात प्रतिनिधियों को ग्रामीणों को दी आने वाली विभिन्न सेवाओं की विस्तृत जानकारी दी गई.
इन सेवाओं में स्वास्थ्य, शिक्षा, बैकिंग, सरकारी योजनाओं के आवेदनों सहित लगभग 20 प्रकार की सेवाएं शामिल हैं. मिशन रीव को हिमाचल में पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर शुरू किया गया है.
आईआईआरडी मिशन के तहत हिमाचल प्रदेश में पायलट आधार पर शुरू किये गए मिशन रीव से जुड़े पंचायत फेसिलिटेटरों को उनके काम में निपुण बनाने के लिए 30 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. प्रशिक्षण शिविर के तीसरे दिन जिला ऊना के पांचों ब्लॉक के समन्वयक और सभी पंचायतों में तैनात प्रतिनिधियों को रीव द्वारा ग्रामीणों को उपलब्ध करवाई जाने वाली सेवाओं की जानकारी उपलब्ध करवाई गई.
डिजिटल इंडिया की दिशा में अनूठा प्रयोग
इस मिशन की खास बात यह है कि सभी प्रकार की सेवाएं मिशन रीव की वेबसाइट तथा विशेष रूप से निर्मित सॉफ्टवेयर के माध्यम से उपलब्ध होंगी तथा हर एक उपभोक्ता की अपनी लॉग इन आईडी भी होगी. डिजिटल इंडिया की दिशा में आईआईआरडी का यह एक अनूठा प्रयोग होगा. प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेने आये प्रतिनिधियों की माने तो इन सेवाओं के माध्यम से गांव में रहे लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी मिलेगी और ग्रामीण जागरूक होंगे.
20 प्रकार की सेवाएं शामिल
रीव द्वारा ग्रामीणों को दी जाने वाली सेवाओं में स्वास्थ्य, शिक्षा, बैकिंग, सरकारी योजनाओं के आवेदनों सहित लगभग 20 प्रकार की सेवाएं शामिल हैं. हिमाचल में इस मिशन की शुरुआत केंद्रीय राज्य मंत्री पंचायती राज व कृषि पुरुषोत्तम रुपाला ने शिमला से की थी.