हमीरपुर. मुख्यमंत्री सुखविंद सुक्खू का जिला हमीरपुर में एक मेडिकल कालेज और अत्याधुनिक अस्पताल की स्थापना का सपना अब तेजी से आकार लेने लगा है. प्रदेश की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अभी पुराने क्षेत्रीय अस्पताल में चल रहे डॉ. राधाकृष्ण मेडिकल कालेज हमीरपुर के लिए गांव जोल सप्पड़ में जारी नए अकादमिक परिसर एवं अस्पताल के निर्माण कार्य को युद्ध स्तर पर करवाने के लिए विशेष निर्देश जारी किए हैं.
मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट हमीरपुर मेडिकल कॉलेज तेजी से ले रहा है आकार
सरकार ने जोल सप्पड़ में बन रहे डा. राधाकृष्णन मेडिकल कालेज हमीरपुर के काम में तेजी लाने के लिए 40 करोड़ रुपए जारी किए हैं. मुख्यमंत्री के इस कदम से मेडिकल कालेज हमीरपुर को जल्द ही नया कैंपस और अस्पताल मिलने की उम्मीदों को बल मिला है.
यह मेडिकल कालेज CM सुक्खू का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता है
नादौन के विधायक के रूप में सुखविंदर सिंह सुक्खू कई वर्षों से जिला हमीरपुर में मेडिकल कालेज और अत्याधुनिक अस्पताल के निर्माण के लिए प्रयासरत थे. इसके लिए उन्होंने केंद्र में अपने व्यक्तिगत संपर्कों का भी इस्तेमाल किया और जब हमीरपुर को मेडिकल कालेज मंजूर हुआ तो उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के गांव जोल सप्पड़ में पर्याप्त जमीन उपलब्ध करवाने में भी योगदान दिया. मेडिकल कालेज के लिए जमीन के हस्तांतरण में आ रही तमाम बाधाओं को दूर करने के लिए भी सुखविंदर सिंह सुक्खू लगातार सक्रिय रहे. 11 दिसंबर 2022 को प्रदेश के मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू नियमित रूप से मेडिकल कालेज हमीरपुर के नए कैंपस में जारी निर्माण कार्यों की रिपोर्ट ले रहे हैं.
इसी कड़ी में उन्होंने निर्माण कार्यों के लिए 40 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है. मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्यों की समीक्षा के लिए बीते दिनों बड़सर के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल को भी मेडिकल कालेज का निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे. यही कारण है कि हाल ही के दिनों में नए परिसर में विभिन्न भवनों के निर्माण कार्यों को गति मिली है.
अकादमिक ब्लॉक मार्च तक और अस्पताल ब्लॉक जून तक तैयार करने का लक्ष्य
मेडिकल कालेज के अकादमिक ब्लॉक को इस साल मार्च के अंत तक और अस्पताल ब्लॉक को जून तक तैयार करने का लक्ष्य कालेज प्रशासन की ओर से निर्धारित किया गया है. मेडिकल कालेज की प्रधानाचार्य डॉ. सुमन यादव ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा 40 करोड़ रुपये की धनराशि जारी होने से जोल सप्पड़ में निर्माण कार्यों की गति तेज हो गई है.
उन्होंने बताया कि नए परिसर में ओवर हैड ब्रिज और ट्रॉमा सेंटर इत्यादि के निर्माण को भी शामिल किया जा रहा है, जिससे इस प्रोजेक्ट की लागत 384 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. प्रधानाचार्य ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कालेज के अन्य ब्लॉकों जैसे- मातृ-शिशु अस्पताल ब्लॉक, सुपर स्पैशियलिटी ब्लॉक, मेडिकल विंग और आवासीय ब्लॉक इत्यादि के निर्माण के लिए भी अतिरिक्त जमीन के हस्तांतरण व अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं. डॉ. सुमन यादव ने बताया कि कालेज प्रशासन हर हफ्ते निर्माण कार्यों की समीक्षा कर रहा है.