हमीरपुर. बीते एक सप्ताह में क्षेत्रीय अस्पताल में ब्रेन स्ट्रोक के पांच मरीज इलाज के लिए पहुंच चुके हैं. कड़ाके की ठंड में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है. क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर के एसएमओ डॉ. रमेश चौहान ने संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल में हर माह ब्रेन स्ट्रोक के 25 से 30 मरीज पहुंच रहे हैं. ठंड में इन मरीजों की तादाद ज्यादा बढ़ जाती है.
पानी न पीने व एक ही जगह पर बैठे रहने से ज्यादातर लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. ठंड से नसें जाम हो जाती हैं व ब्लड का सर्कुलेशन नहीं हो पाता. ऐसे में दर्द बढ़ती है और मरीज बेहोश हो जाता है. हाथ-पैर अकड़ जाते हैं. चिकित्सकों के अनुसार ठंड के इस मौसम में लोगों को ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए. लोगों को ठंड से बचने के अलावा घर से बाहर निकलते समय सतर्क रहना चाहिए.
डॉ. रमेश चौहान ने बताया कि इस तरह का स्ट्रोक पड़ने पर मरीज को एक घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचाना बेहद जरूरी है. उन्होंने बताया कि सीमित समय के भीतर इलाज मुहैया करवाकर मरीज का इलाज संभव है. इलाज में देरी होने पर मरीज को लकवा या मौत को भी गले लगाना पड़ सकता है. बीपी, शुगर व दिल की धड़कन अनियमित होने वाले मरीजों को ठंड में ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए.