नई दिल्ली. भारत में नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के आगमन से चीन की बौखलाहट बढ़ गयी है. अब चीन ने भारत के सीमा के पास की सड़कों पर आपत्ति दर्ज करानी शुरू कर दी है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ छूनइंग ने डोकलाम के भारत-चीन सड़क विवाद पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. चीन ने भारत पर कथनी और करनी में अंतर होने का आरोप लगाया है.
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ छूनइंग ने कहा कि भारत ने खुद को ही थप्पड़ मारने का काम किया है. भारत के बयान से लगता है कि वह कहता कुछ है और करता कुछ और है.
हुआ ने कहा कि भारत सुरक्षा का बहाना बनाकर चीन को सड़क निर्माण करने से रोकता रहा है जबकि वह खुद यही काम कर रहा है.
उन्होने कहा कि भारत के इस फैसले से क्षेत्र में और अधिक तनाव बढ़ेगा. मालूम हो कि डोकलाम क्षेत्र में भारत और चीन की सेना जून महीने से ही सीमा पर बनी हुई है. तनाव दूर करने के लिए इस मुद्दे पर कई दौर की राजनयिक और सैन्य नेतृत्व की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अबतक कोई सकारात्मक नतीजा निकल कर नहीं आ पाया है.