कांगड़ा. हरियाणा और पंजाब में डेरा हिंसा के बाद ठप पड़ी (हिमाचल सड़क ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन) एचआरटीसी की 50 फीसदी बसों की सेवा बहाल कर दी गयी है. बीते शनिवार शाम 7 बजे दिल्ली, चंडीगढ़, हरिद्वार के लिए बसों का संचालन शुरू कर दिया गया. परिवहन मंत्री के साथ एचआरटीसी के अधिकारियों के साथ घंटे भर चली समीक्षा बैठक के बाद 50 फीसदी बसों के संचालन को हरी झंडी दे दी गई है.
धर्मशाला में प्रेस कांफ्रेस आयोजित करके हिमाचल के परिवहन मंत्री जीएस बाली ने यह जानकारी दी. पत्रकार से रूबरू होते हुए उन्होंने बताया कि लोगों की परेशानियों को देखते हुए फिलहाल 50 फीसदी बसों के संचालन का फैसला लिया गया है. बसों को सीधे मंज़िल पर रोकने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही साथ बसों के कंडक्टर रूट की स्थिति के बारे में भी पिछली बसों के कंडक्टर को बताते रहेंगे.
किसी भी ढाबे पर नहीं रुकेगी बस
आगे उन्होंने कहा कि दो दिन यातयात ठप होने से प्रदेश की जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. लेकिन, हमारे लिए सुरक्षा पहली प्राथमिकता है. लिहाजा, यात्रा सुरक्षित हो इसका पूरा ख़्याल रखा गया है. फिलहाल दिल्ली, चंडीगढ़ और हरिद्वार के लिए डायरेक्ट बसों का संचालन होगा. इस दौरान वे किसी भी ढाबे या बस स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी. साथ ही साथ बस यात्रियों के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी कर दिया गया है. यात्रियों के अलावा अगर किसी दूसरे व्यक्ति को भी किसी रूट में परेशानी लगती है तो वह सीधे कंट्रोल रूम में संपर्क कर सकता है.
काम जरुरी न हो तो यात्रा का जोखिम न उठाये
पत्रकारों से बातचीत में परिवहन मंत्री ने लोगों से गुजारिश की है कि अगर काम ज्यादा जरूरी न हो तो वह यात्रा का जोखिम न उठाएं. हालांकि, स्थिति की व्यापक समीक्षा के बाद ही यह फैसला लिया गया है. सभी बसों के ड्राइवर और कंडक्टरों को आपात स्थिति में निपटने के निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश परिवहन निगम को करीब दो दिनों में ढाई करोड़ रुपय का नुकसान हुआ है.
मालूम हो कि बीते शुक्रवार को डेरा प्रमुख राम रहीम के रेप मामले में कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद बड़े पैमाने पर हिंसा शुरू हो गई. इस हिंसा में अब तक 33 लोगों के मारे जा चुके हैं. इसी को देखते हुए पिछले दो दिनों से हिमाचल पथ परिवहन निगम की दिल्ली और चंडीगढ़ की सेवाएं ठप कर दी गई थीं. लेकिन, अब हालात काबू में हैं.