ऊना. क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा 23 वर्षीय युवती को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा. हरोली क्षेत्र के ललड़ी गांव की सुनीता देवी को जहरीले कीड़े के काटने के बाद, उसे क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में भर्ती करवाया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
परिजनों ने डॉक्टरों की लापरवाही और समय पर एम्बुलेंस सेवा न मिलने को युवती की मौत का कारण बताया है. गुस्साये परिजनों ने मामले की शिकायत अस्पताल के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आये उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री से भी की. मंत्री के निर्देशों के बाद, ऊना के डीसी विकास लाबरू ने सीएमओ को मामले की जांच कर तत्काल रिपोर्ट बनाने का आदेश दिया है.
बताते चलें कि क्षेत्रीय अस्पताल में दो-तीन महीने के भीतर ही दो गर्भवती महिलाओं और एक वृद्ध की ऑपरेशन के बाद मौत के मामले अभी तक शांत नहीं हुए थे.
बता दें कि सुनीता देवी को मंगलवार देर रात एक जहरीले कीड़े ने काट लिया. उसके बाद उसे ईलाज करवाने के लिए परिजन बुधवार सुबह युवती को हरोली अस्पताल ले गए. हरोली अस्पताल से युवती को गंभीर हालत के चलते क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के लिए रैफर कर दिया. लेकिन क्षेत्रीय अस्पताल में युवती को स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर न मिलने के कारण मौत हो गई
अस्पताल में उद्योग मंत्री के स्वागत करने के लिए डॉक्टर गेट पर खड़े रहे. वहीं पर युवती ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया. दरअसल अस्पताल में खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान का शुभारंभ के लिए उद्योग मंत्री पहुंचने वाले थे. मृतका के परिजनों ने बताया कि चिकित्सक और स्टाफ उद्योग मंत्री के स्वागत में लगे और उनकी लड़की की कोई खबर तक न ली गई.
परिजनों की शिकायत के बाद उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री और डीसी विकास लाबरू ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) की जमकर खिंचाई की. उद्योग मंत्री ने डीसी ऊना को मामले में उचित कार्रवाई के निर्देश दिए. डीसी ऊना विकास लाबरू ने कहा कि मामले की रिपोर्ट मिलते ही उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
वहीं, जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रकाश दड़ोच का कहना है कि युवती की मौत मामले को लेकर जांच की जाएगी. इसकी जांच रिपोर्ट तैयार कर जिलाधीश ऊना व सरकार को सौंपी जाएगी.