रांची. झारखंड में दो दिवसीय जनजातीय महोत्सव की शुरूआत हो गई है. इस महोत्सव के उद्घाटन समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन सहित कई मंत्री व विधायक मौजूद थे.
शादी एवं मृत्यु पर सामूहिक भोज के लिए 100 किलो चावल और 10 किलो दाल मिलेगी मुफ्त
इस आयोजन के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह घोषणा करते हुए कहा कि आदिवासियों को अब महाजनों और साहूकारों से लिया हुआ कर्ज नहीं लौटाना होगा. राज्य सरकार इसके लिए सख्त कानून बना रही है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार जनजातीय समुदाय के परिवारों को शादी एवं मृत्यु पर सामूहिक भोज के लिए 100 किलो चावल और 10 किलो दाल मुफ्त में देगी.
प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को जनजातीय महोत्सव आयोजित करने की घोषणा
झारखंड जनजातीय महोत्सव के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा कई घोषणाएं की गई. इस अवसर पर उन्होंने जनजातीय परिवारों से सामूहिक भोज के लिए कर्ज नहीं लेने के लिए कहा. साथ ही उन्होंने राज्य में प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को जनजातीय महोत्सव आयोजित करने की घोषणा की और केंद्र सरकार से हर साल 9 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश लागू करने की मांग की.
गौरतलब है कि 9 अगस्त को विश्न आदिवासी दिवस के रूप में पूरी दुनिया में मनाया जाता है. झारखंड में लगभग 26 फीसदी आबदी आदिवासी है. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह दिन आदिवासियों के लिए इतिहास का महत्वपूर्ण अध्याय है. इसके सम्मान में प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना चाहिए, ताकि इस दिन को लोग धूमधाम से याद कर सकें.