नई दिल्ली. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में देश की आधुनिकता की तरफ बढ़ते कदम की झलक देखी जा रही है. दर्शकों द्वारा इन परियाजनाओं के बारे में जानकारी हासिल करने की उत्सुकता भी भारत के अगले कदम की तरफ इशारा करते दिख रही है. चेनाब नदी पर बने दुनिया का सबसे ऊंचे रेलवे आर्क ब्रिज, मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कोरिडोर, साबरमती मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरीडोर के साथ- साथ कई अहम परियोजनाओं के मॉडल भी दर्शको के लिए आकर्षण केंद्र बनते हुए हैं.
कश्मीर घाटी शेष भारत के साथ रेल लिंक से जोड़ने के लिए चेनाब ब्रिज के निर्माण की जा रही है. उधमपुर- श्रीनगर- बारामुला रेल पर हिमाचल के दुर्गम क्षेत्र में ईस पुल के निर्माण के लिए जम्मू कश्मीर के लोगों को हर मौसम में रेल कनेक्टिविटी की सुविधा मिलेगी. इससे परिवहन प्रणाली के साथ साथ व्यापर और पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलने से राज्य की पूरी तस्वीर बदलेगी.
एमएमआई हब, हाई स्पीड रेल और आरआरटीएस कोरिडोर के लिए दिखा उत्साह
359 मीटर ऊँचे पुल का निर्माण कटरा और बनिहाल के बीच किया जा रहा है. इसमें ट्रैक बिछाने का चल रहा है. 111 किलोमीटर के दायरे में सात रेलवे स्टेशनों से यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने का परिवहन विकल्प मिलेगा जो कश्मीर घाटी के लिए नई उपलब्धि होगी. मुंबई अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का टर्मिनल स्टेशन होने के कारण साबरमती को एक मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के तौर पर विकसित किया जायगा.
कला और संस्कृति का भी दिखा संगम
अंतर्राष्ट्रीय व्यापर मेले में अलग- अलग प्रदेशों की संस्कृति और कला को भी जीवंत रूप में पेश किया गया है. लाइव शो के साथ भंगड़ा, हरियाणवी नृत्य, नुक्कड़ नाटक के साथ साथ एम्पिथियेटर में भी दक्षिण भारतीय नृत्य की बेहतरीन झलक दिखीं. हर तरफ लोगों में उत्साह दिखा तो कला और संस्कृति के इस संगम में डुबकी लगाते दिखे. खाने के लिए लजीज व्यंजनों का स्वाद चखने के लिए भी हर टेबल फुल दिखा.
45 हजार में तैयार की रेट्रोफिट बाइक
परिवहन क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की दिशा में की जा रही पहल की भी झलकियां व्यापर मेले में दिखी. ई-स्कूटर, ई-बाइक के साथ साथ ई-वाहनों से शून्य उत्सर्जन सहित तमाम खूबियां जानने वालों की संख्या सैंकड़ो में दिखी. असम के स्टाल पर एक स्टार्टअप ने ई बाइक के रेट्रोफिट मोडल को प्रदर्शित किया है. सामान्य बाइक से थोडी अधिक लम्बाई होंने के बावजूद भी एक बार चार्ज करने पर 220 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करने में यह सक्षम है.
आरआरटीएस के मॉडल के लिए भी दर्शकों में उत्साह
आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए प्रदर्शित मॉडल की खूबियां जानने के लिए भी दर्शकों में उत्साह देखने के लिए टिकटिंग प्रणाली और रफ़्तार के साथ साथ सफर में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल करते दिखे. अंतर्राष्ट्रीय व्यापर मेले में देश की अहम इंफ्रा परियोजनाओ को इस तरह प्रदर्शित किया गया गया है, जिसे देखकर देश के विकास की गति भी साफ झलकती दिखी.