कोहिमा. नागालैंड विधानसभ चुनाव में एक इतिहास रचा गया है. राज्य में पहली बार किसी महिला उम्मीदवार ने विधानसभा चुनाव जीता है. दीमापुर तृतीय विधानसभा से हेकानी जखालू ने जीत दर्ज की है. हेकानी भाजपा और एनडीपीपी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरी थीं. उन्होंने लोजपा (रामविलास) की अजेतो जिमोमी को 1536 वोटों से मात दी.
नागालैंड में चार महिलाओं को मिला था टिकट
राज्य में विधानसभा चुनाव में सिर्फ चार महिला उम्मीदवारों को टिकट मिला था. हेकानी इनमें से एक थीं. चुनाव के दौरान हेकानी का प्रचार करने के लिए मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो के साथ असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा भी पहुंचे थे.
जानिय आखिर कौन हैं हेकानी?
48 साल की एनडीपीपी नेता हेकानी ने कानून की पढ़ाई की है. उन्होंने सेन फ्रांसिस्को विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ से 2013 में कानून में परास्नातक किया था. हेकानी के पास 5.58 करोड़ की संपत्ति है. अपने चुनावी हलफनामे में उन्होंने अपने ऊपर 41.95 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज भी बताया है.
2018 में मिला था नारी शक्ति पुरस्कार
हेकानी जखालू को 2018 में नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वह तोलुवी गांव में की रहने वाली हैं. उनका घर इसी इलाके में है. वह पूर्वोत्तर की महिलाओं के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार की अकेली प्राप्तकर्ता भी हैं.
17 वर्षों से समाज सेवा कर रहीं हेकानी
हेकानी यूथनेट नाम का एनजीओ भी चलाती हैं. उन्होंने कहा कि वह पिछले 17 सालों से अपने एनजीओ के माध्यम से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वह 1.2 लाख युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण देकर रोजगार दिलाने में सफल रही हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि जब तक आप सिस्टम में नहीं आते, आप ज्यादा कुछ नहीं कर सकते.
इतिहास रचकर खुश हैं हेकानी चखालू
जखालू ने कहा कि आज तक राज्य के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले निकाय में कोई महिला प्रतिनिधि नहीं रही है. उन्होंने कहा कि यह स्थानीय विधायक का कर्तव्य है कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, उचित स्वास्थ्य सुविधाएं और बुनियादी सुविधाएं प्रदान करें. वह बहुत खुश हैं कि वह इतिहास रचने वाली महिला बन गई हैं.