उत्तराखंड: भारत ही नहीं पूरी दुनिया में प्रसिद्ध केदारनाथ के कपाट आज भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए हैं. भक्त अब अगले 6 महीने तक बाबा केदार के दर्शन कर सकेंगे. कपाट खुलने के बाद ढोल बजाकर जश्न मनाया गया. जानकारी के अनुसार आज सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर केदारनाथ मंदिर के कपाट पूरे विधि विधान के साथ खोले गए.
20 क्विंटल फूलों से सजाया मंदिर
इस दौरान मंदिर को फूलों से सजाया गया है. इस अवसर पर 10 हजार से ज्यादा भक्त मौजूद थे. हालांकि मौसम में खराबी के चलते राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वहीं नहीं पहुंच सके.
पौराणाकि परंपरा और रीति रिवाज के अनुसार मंदिर के कपाट खोलने से पहले सुबह तड़के बाबा की पंचमुखी मूर्ति का श्रंगार किया गया और भोग लगाकर पूजा अर्चना की गई. इसके बाद मंदिर परिसर में पंचमुखी डोली को लाया गया. फिर प्रशासन मंदिर कमेटी की मौजूदगी में सील बंद कपाट को खोल दिया गया. इसके साथ ही भोले शंकर बाबा अपने धाम में विराजमान हुए. वहीं, कपाट खुलते ही पूरा परिसर भोले बाबा जयकारों से गूंज उठा.
बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे
चारधाम यात्रा शनिवार को अक्षय तृतीया से शुरू हुई. अगले 5 दिन में हिन्दू तीर्थ यात्री बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के दर्शन करेंगे. गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 22 अप्रैल को खुल गए थे. बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाएंगे.
उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ के पैदल रास्ते में भारी बर्फबारी और मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए केदारनाथ धाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का रजिस्ट्रेशन 30 अप्रैल तक रोक दिया है. भारतीय मौसम विभाग ने केदारनाथ धाम मार्ग और धाम में भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है. केदारघाटी में अगले एक हफ्ते तक मौसम खराब रहने का अनुमान है.
तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी
एवलांच की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन जरूरी कार्रवाई कर रहा है. केदारनाथ धाम में रविवार को रुक-रुककर बारिश और बर्फबारी हुई. राज्य सरकार ने तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है. यात्रियों से कहा गया है कि वे धाम जाने से पहले अपने साथ गर्म कपड़े और जरूरी सामान रखें.