नई दिल्ली: सूडान में फंसे भारतीयों का पहला जत्था सऊदी अरब के जेद्दा के लिए भारतीय नौसेना के जहाज में रवाना हो गया. वहां से इन नागरिकों को एयरलिफ्ट किया जाएगा. विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी.
भारत ने हिंसाग्रस्त सूडान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए सोमवार को ऑपरेशन कावेरी शुरू किया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आईएनएस सुमेधा पर सवार भारतीयों की फोटोज ट्वीट कीं. इस दौरान लोगों ने सूडान से निकालने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया और हाथ में तिरंगा थामे नजर आए.
278 लोगों को लेकर INS सुमेधा जेद्दा पहुंचा
अरिंदम बागची ने ट्वीट किया कि सूडान में फंसे हुए भारतीयों का पहला जत्था ऑपरेशन कावेरी के तहत रवाना हो चुका है. आईएनएस सुमेधा 278 लोगों के साथ पोर्ट सूडान से जेद्दा जा रहा है. सूडान से आ रहे इन लोगों में कई बच्चे भी शामिल हैं. पूरे सूडान में लगभग 3,000 भारतीय हैं. सूडान की राजधानी खार्तूम में कई स्थानों से भीषण लड़ाई की खबरों से सूडान में सुरक्षा स्थिति अस्थिर बनी हुई है.
72 घंटे का युद्धविराम
सूडान में इस समय हालात बेहद ही खराब हैं और हर दिन संकट बढ़ता जा रहा है. इसके बीच ही अमरीकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने बताया कि गृहयुद्ध में दो विरोधी ताकतों ने तीन दिन के युद्धविराम पर सहमति जताई है. एंटनी ब्लिंकन के मुताबिक 48 घंटों तक चली बातचीत के बाद सूडानी सशस्त्र बल और रैपिड सपोर्ट फोर्स 24 अप्रैल की आधी रात से शुरू होकर 72 घंटे तक चलने वाले संघर्षविराम पर सहमति जताई है. इस ऐलान के बाद वहां पर फंसे भारतीयों को निकालना आसान हो सकेगा.