जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की अंदरूनी रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. एक ओर जहां राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बीते दिनों यह कहा था कि विधायकों को करोड़ों रुपये देकर सरकार गिराने की कोशिश की गई तो वहीं सचिन पायलट ने कहा था कि गहलोत की नेता सोनिया गांधी, नहीं वसुंधरा राजे हैं. इन सबके बीच पायलट अब जनसंघर्ष यात्रा लेकर निकले हैं. उनकी यात्रा शुक्रवार को भी जारी रही.
सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा का आज दूसरा दिन है. पायलट ने आज सुबह 8 बजे किशनगढ़ टोल से अपनी यात्रा शुरू की. पहले दिन की तरह आज दूसरे दिन भी पायलट के समर्थक बड़ी संख्या में उनके साथ डटे दिख रहे हैं. यात्रा के दौरान सचिन पायलट जगह-जगह सभा को भी संबोधित कर रहे हैं.
ठीक वही काम मैं भी कर रहा हूं..
उन्होंने सवाल किया कि करप्शन कहां नहीं होता लेकिन जांच पारदर्शी तरीके से होना चाहिए. करप्शन को खत्म करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए. जो लोग शामिल हैं, क्या उनके खिलाफ कार्रवाई की गई? आखिर में क्या हुआ. आरपीएससी के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया है. मैं लांछन नहीं लगा रहा हूं लेकिन जांच पारदर्शी होनी चाहिए.
कांग्रेस नेता ने कहा कि जनता ही सर्वोच्च है. वही चुनाव जिताती और हराती है. हर पार्टी की जिम्मेदारी है कि वह जनता के बीच रहे. हमारी पार्टी भी हमेशा कहती है, हम भी कहते हैं कि करप्शन को टॉलरेट नहीं करेंगे. ठीक वही काम मैं भी कर रहा हूं.
इधर हरकत में आया आलाकमान, दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग
राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट जैसे दो सीनियर नेताओं के बीच अदावत एक बार खुलकर सामने आई है. दोनों नेताओं और उनके गुटों के बीच गतिरोध खत्म करना आलाकमान के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है. इस बीच राजस्थान के मुद्दे पर आज दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई है.
भ्रष्टाचार के तार कहां तक जुड़े हैं, इसकी गहराई से हो तफ्तीश
पायलट ने कहा कि राज्य में लगातार हुए पेपर लीक कांड ने युवाओं और उनके परिजन के सपने तोड़े हैं. आरपीएससी जैसी प्रतिष्ठित संस्था का सदस्य पकड़ा गया, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई. भ्रष्टाचार के तार कहां तक जुड़े हैं, इसकी गहराई तक तफ्तीश जरूरी है. उन्होंने यह बात रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत में कही.
उन्होंने कहा कि अजमेर में आरपीएससी, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड जैसी प्रतिष्ठित संस्थाएं हैं. पेपर लीक कांड का जुड़ाव अजमेर से होना दुखद है. इसीलिए मैंने जन संघर्ष यात्रा निकाली है. कई पेपर लीक हुए, परीक्षाएं रद्द हुई पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई. किसी नेता अथवा अधिकारी का पेपर लीक कांड मं लिप्त नहीं होने की बात कहना गलत है. हमने पूर्व में वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और घोटालों को लेकर जमीन पर संघर्ष किया. कांग्रेस सरकार बनने के बावजूद ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
पायलट ने कहा कि मेरा राजनीतिक जीवन जनता से जुड़ा है. युवाओं, बालिकाओं-महिलाओं, बुजुर्गों के लिए मैंने हमेशा संघर्ष किया. लोगों को मुझसे उम्मीद हैं. जनसंघर्ष यात्रा भी किसी के खिलाफ नहीं है. यह भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान है.