नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी को फिजी के सर्वोच्च सम्मान ‘कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान फिजी के पीएम सितिवेनी राबुका की ओर से वैश्विक नेतृत्व को देखते हुए पीएम मोदी को दिया गया है. फिजी का यह सर्वोच्च सम्मान अब तक कुछ ही गैर-फिजी लोगों को मिला है. इसी के साथ रिपब्लिक ऑफ पलाऊ ने भी पीएम नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया.
पीएम मोदी तीन देशों के अपने दौरे के दूसरे चरण में 21 मई को पापुआ न्यू गिनी पहुंचे है. यह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पापुआ न्यू गिनी की पहली यात्रा है. पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने हवाई अड्डे पर पीएम मोदी के पैर छूकर उनका स्वागत किया.
भारत और फिजी के सदियों पुराने रिश्तों को दर्शाता है यह सम्मान
फिजी के प्रधानमंत्री द्वारा फिजी के सर्वोच्च सम्मान, “कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी” से सम्मानित किए जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं है बल्कि 140 करोड़ भारतीयों, भारत और फिजी के सदियों पुराने रिश्तों का है. इसके लिए मैं आपका और राष्ट्रपति जी का हृदय से बहुत आभार व्यक्त करता हूं.
पीएमओ इंडिया ने ट्वीटर पर एक पोस्ट शेयर की. जिसमें लिखा है कि पलाऊ के राष्ट्रपति सुरंगेल व्हिप्स जूनियर ने प्रधानमंत्री को भेंट दी. पीएम नरेंद्र मोदी एबकल के साथ. यह पलाऊ के लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपकरणों में से एक है और इसका स्थानीय संस्कृति से गहरा संबंध है जो कि नेतृत्व और ज्ञान का भी प्रतीक है.
पापुआ न्यू गिनी ने भी किया सम्मानित
पापुआ न्यू गिनी ने भी पीएम मोदी को अपने देश के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया. पापुआ न्यू गिनी ने प्रशांत द्वीप देशों की एकता के कारण और ग्लोबल साउथ के कारण की अगुवाई करने के लिए पीएम मोदी को कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू से सम्मानित किया. पापुआ न्यू गिनी की तरफ से ये पुरस्कार बहुत कम लोगों को दिया गया है. उदाहरण के लिए जैसे कि बिल क्लिंटन.