रांची: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने तीन दिवसीय दौरे पर आज झारखंड पहुंची. रांची एयरपोर्ट पहुंचने पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उनका स्वागत किया इसके बाद द्रौपदी मुर्मू सीधा देवघर गईं जहां बाबा वैद्यनाथ नाम मंदिर में पूजा अर्चना की.
देवघर एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति का जोरदार स्वागत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज सुबह दिल्ली से विशेष विमान से देवघर पहुंची. यहां राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, अपर मुख्य सचिव अरूण कुमार सिंह, सांसद निशिकांत दुबे, डीआइजी सुदर्शन मंडल, डीसी मंजूनाथ भजंत्री, एसपी सुभाष चंद्र जाट ने गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया. झारखंड में देश के सर्वोच्च नागरिक के आगमन पर प्रदेश के मुखिया हेमंत सोरेन ने भी उनका स्वागत किया है.
वैद्यनाथ धाम में की पूजा अर्चना
राष्ट्रपति मुर्मू ने देवघर में बाबा के मंदिर पहुंच कर पूजा-अर्चना की. इसके बाद द्रौपदी मुर्मू सर्किट हउस देवघर के लिए रवाना हो गई. वहीं इसके बाद देवघर से राष्ट्रपति रांची रवाना होंगी. वहां नए हाई कोर्ट भवन का उद्घाटन करेंगी. वहीं अगले दिन 25 मई को राष्ट्रपति खूंटी में आयोजित आदिवासी महिलाओं के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करेंगी.
बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने वाली देश की चौथी राष्ट्रपति
द्रौपदी मुर्मू देश की ऐसी चौथी राष्ट्रपति हैं, जो बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंची. उनसे पहले देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद, प्रणब मुखर्जी, रामनाथ कोविंद पद पर रहते हुए बाबा की पूजा-अर्चना कर चुके हैं. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर देवघर में एक अलग खुशी है क्योंकि वह राष्ट्रपति बनने से पहले झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं.
26 मई को राजभवन में करेंगी मुलाकात
इसके बाद वे रांची के नामकुम में आयोजित आइआइटी के दीक्षांत समारोह में भाग लेंगी, रात्रि विश्राम राजभवन में होगा. अगले दिन 26 मई को राजभवन में ही गणमान्य लोगों से मुलाकात करेंगी. इसके बाद ऐ राजभवन से रांची एयरपोर्ट के लिए रवाना हो जायेंगी. पूरे कार्यक्रम की व्यवस्था और सुरक्षा की जवाबदेही एडीजी अभियान संजय आनंदराव लाठकर व भू-राजस्व सचिव डॉ अमिताभ कौशल को दी गयी है.
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को 24 सेक्टरों में बांटा गया
जबकि अलग-अलग जिलों में आयोजित हर एक कार्यक्रम के लिए चार आइएएस अफसरों की तैनाती की गयी है. हालांकि, इस बार राष्ट्रपति मुर्मू के उलीहातू बिरसा जन्मस्थली जाने का कार्यक्रम फिलहाल अभी तय नहीं है. एयरपोर्ट से राजभवन आने-जाने के दौरान राष्ट्रपति को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. राष्ट्रपति का काफिला गुजरने से करीब 15 से 20 मिनट पहले ही सड़क पर सामान्य वाहनों का परिचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया.