शिमला. हिमाचल प्रदेश राज्य आयुर्वेद विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि राज्य में कार्यरत आयुर्वेदिक संस्थानों को गत वित्त वर्ष के दौरान कुल 4.84 करोड़ रुपये की औषधियों की खरीद की गई.
जिसमें 1,14,85,900 रुपये की राशि केन्द्र सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई गई, जबकि 3,68,75000 रुपये की राशि राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई.
राज्य निधि में से 1,22,50,000 रुपये की आयुर्वेदिक औषधियां फार्मेसियों के माध्यम से, 1,80,00,000 रुपये की जड़ी-बूटियों की खरीद राजकीय आयुर्वेदिक फार्मेसियों के लिए तथा 8 लाख रुपये की होम्योपैथिक दवाईयों की खरीद की गई.
उन्होंने कहा कि दवाइयों के लिये उपलब्ध बजट का 70 प्रतिशत प्रदेश आधारित आयुर्वेदिक फार्मेसियों से दवा खरीद पर व्यय किया जा रहा है. अधिकतर आयुर्वेदिक औषधालय प्रदेश के दुर्गम एवं दूर-दराज के क्षेत्रों में कार्यरत हैं, जहां स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की पूर्ति में यह संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
प्रवक्ता ने कहा कि राज्य में 283 आयुर्वेदिक फार्मेसियों को लाइसेंस तथा 47 को लोन लाइसेंस जारी किए गए हैं, जिनमें से 120 फार्मेसियां बंद हो चुकी हैं. हालांकि विभाग औषधी निर्माताओं के हितों की रक्षा के लिए प्रयासरत है.