नई दिल्ली: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में मास्टरमाइंड माने जा रहे आरोपी ललित झा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने खुद थाने पहुंचकर सरेंडर किया है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आरोपी ललित मोहन झा घटना का वीडियो बनाने के बाद मौके से भाग गया था. वह बस से राजस्थान के नागौर पहुंचा था. वहां वह अपने दो दोस्तों से मिला और एक होटल में रात बिताई. जब उसे एहसास हुआ कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है तो वह बस से दिल्ली आ गया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी ललित झा ने चारों आरोपियों की ओर से घटना को अंजाम देने के बाद इससे संबंधित एक वीडियो अपने एनजीओ पार्टनर को भेजा था.
इससे पहले पुलिस चार आरोपियों नीलम आजाद, अमोल, सागर शर्मा और मनोरंजन डी को गिरफ्तार कर चुकी है, जिन्हें गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत में पेश करने के बाद 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों आरोपियों को रिमांड वकील उपलब्ध कराया है.
वहीं, दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम शनिवार या रविवार को संसद में सुरक्षा चूक के सीन को रीक्रिएट करेगी. सूत्रों के मुताबिक, इसके लिए सभी आरोपियों को संसद परिसर ले जाया जाएगा. इससे दिल्ली पुलिस ये पता लगाएगी कि आरोपी कैसे संसद भवन में दाखिल हुए और कैसे अपने प्लान को अंजाम दिया.
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
जानकारी के मुताबिक, पुलिस सूत्रों ने बताया कि संसद मार्ग थाने में यूएपीए की धारा 16 (आतंकवादी कृत्य) और 18 (साजिश आदि) और आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 452 (अनधिकार प्रवेश), 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 186 (लोकसेवक के सार्वजनिक कार्य निर्वहन में बाधा पहुंचाना) और 353 (लोकसेवक को उसके कर्तव्य निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
यूएपीए के तहत दर्ज मामले गैर जमानती होते हैं. एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों को अब तक किसी भी आतंकी समूह के साथ आरोपियों के संबंध नहीं मिले हैं. चारों लोग सोशल मीडिया से संपर्क में आए थे और फिर फेसबुक पर भगत सिंह ‘फैन पेज’ से जुड़े थे.