नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही बाधित करने और आसन की अवमानना को लेकर सोमवार को विपक्षी दलों के 30 सदस्यों को मौजूदा संसद सत्र की शेष अवधि के लिए तथा तीन सदस्यों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक के लिए निलंबित कर दिया.
संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर हंगामे के दौरान इस कार्रवाई के बाद विपक्ष सरकार पर और हमलावर हो गया है. कांग्रेस ने कहा कि वो सदन के बाहर भी विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा से विपक्षी दलों के 33 और सदस्यों को निलंबित किए जाने के बाद सोमवार को सरकार पर लोकतांत्रिक मानदंडों को कूड़ेदान में डालने का आरोप लगाया और दावा किया कि अब सरकार विपक्ष विहीन संसद में बिना किसी चर्चा के महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करवा सकती है.
खड़गे ने कहा, “प्रधानमंत्री किसी अखबार को साक्षात्कार दे सकते हैं, गृह मंत्री टीवी चैनलों को साक्षात्कार दे सकते हैं. लेकिन उनकी उस संसद के प्रति कोई जवाबदेही नहीं बची है, जो भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व करती है.
वहीं लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के निलंबित उप नेता गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार विपक्ष पर बुलडोजर चला रही है जिससे कि अमित शाह हमारे सवालों से बच सकें. हम संसद के बाहर भी अपना विरोध जारी रखेंगे.