नई दिल्ली: बांग्लादेश में आम चुनाव से पहले जबरदस्त हिंसा का दौर शुरू हो गया है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ढाका जा रही बेनापोल एक्सप्रेस में आग लगा दी. आग की चपेट में ट्रेन के चार कोच आ गए. इस हिंसा में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है. आग पर काबू पाने के लिए दमकल की सात गाड़ियां मौके पर पहुंची थी.
आग उस समय लगी जब ट्रेन स्थानीय समयानुसार रात नौ बजे ढाका रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रही थी. आरोप है कि यह हमला लोगों को डराने और संसदीय चुनावों में मतदान करने से रोकने के मकसद से किया गया था. गौरतलब है कि विपक्षी पार्टियों ने चुनाव को लेकर बहिष्कार कर दिया था. विपक्षी दलों का कहना है कि शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए वहां निष्पक्ष चुनाव नहीं कराए जा सकते हैं.
देश के रेलवे अधिकारी के अनुसार, 292 यात्रियों में से ज्यादातर भारत से घर लौट रहे थे. जानकारी के अनुसार एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से कहा गया कि स्पष्ट तौर पर आग और तोड़फोड़ का मकसद लोगों को डराना था.
किस पार्टी ने किया बहिष्कार का ऐलान?
पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने चुनावों का बहिष्कार करने की घोषणा की है. विपक्ष ने मतदान कराने के लिए एक तटस्थ कार्यवाहक सरकार की मांग की, जिसे यह कहते हुए ठुकरा दिया गया कि संविधान में इस तरह के कदम के लिए कोई प्रावधान नहीं है.
विदेशी पर्यवेक्षकों की निगरानी में चुनाव
सात जनवरी को होने वाले आम चुनाव की निगरानी के लिए 100 से अधिक विदेशी पर्यवेक्षक बांग्लादेश पहुंच गए हैं. इसमें भारत के चुनाव आयोग के तीन अधिकारी थे.