नई दिल्ली. मिलिए 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी से, जो आईपीएल में सबसे तेज शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं, उन्होंने यह उपलब्धि सिर्फ 35 गेंदों में हासिल की! बिहार के मोतीपुर गांव के रहने वाले वैभव एक साधारण किसान परिवार में पले-बढ़े, जहां फसलों के साथ-साथ सपने भी बोए जाते थे।27 मार्च 2011 को जन्मे वैभव ने महज 3 साल की उम्र से ही क्रिकेट में अपनी प्रतिभा के लक्षण दिखा दिए थे।
महज 12 साल की उम्र में वैभव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंडर-19 यूथ टेस्ट में अपने पहले ही मैच में शतक जड़ दिया था – जो उनके सुपरस्टार बनने की एक झलक थी।
राजस्थान रॉयल्स 1.1 करोड़ रुपये में खरीदा
राजस्थान रॉयल्स ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और आईपीएल 2025 की नीलामी में उन्हें 1.1 करोड़ रुपये में खरीदा। यह युवा खिलाड़ी के लिए जीवन बदलने वाला पल था।वैभव ने आईपीएल में अपनी पहली ही गेंद पर छक्का लगाकर अपने आगमन की शानदार घोषणा की!
हर दूसरे दिन 9 वर्षीय वैभव प्रशिक्षण के लिए 100 किलोमीटर की यात्रा कर पटना आता था, जिसमें उसके परिवार का भी पूरा सहयोग मिलता था।
पिता ने बेची जमीन
उनके पिता संजीव सूर्यवंशी, जो कभी एक महत्वाकांक्षी क्रिकेटर थे, ने वैभव की क्रिकेट यात्रा के लिए पैस जुटाने के लिएअपनी कृषि जमीन बेच दी थी।
वैभव की मां रोजाना सुबह 4 बजे उठकर खाना बनाती थीं और यह सुनिश्चित करती थीं कि वैभव का कोई भी ट्रेनिंग सेशन छूट न जाए।कोच मनीष ओझा ने वैभव की प्रतिभा को निखारा और लड़के के अनुशासन, लगन और त्याग को प्रत्यक्ष रूप से देखा।
आज मोतीपुर गांव गर्व से फूला नहीं समा रहा है कि उनके बेटे ने इतिहास रच दिया है और अनगिनत युवाओं को प्रेरित कर रहा है।14 साल की उम्र में वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है।