शिमला. आने वाले विधान सभा चुनावों की तैयारी के मद्देनज़र बुधवार को विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठक शिमला में की गयी. इसकी अध्यक्षता मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुष्पेन्दर राजपूत ने की. बैठक में विधान सभा चुनावों से सम्बन्धित कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गयी. इस बैठक में सभी दलों को याद दिलाया गया कि चुनाव में केवल 28 लाख रुपये तक ही खर्च कर सकते हैं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि छूटे हुए पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूचियों में शामिल करने के लिए 16 सितम्बर से विशेष अभियान चलाया गया है जोकि 30 सितम्बर, 2017 तक जारी रहेगा. उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील की है कि वह छूटे हुए पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में शामिल करने के लिए नागरिकों को प्रेरित करें. जिससे चुनावों के लिए मतदाता सूचियां समय पर तैयार की जा सकें.
पुष्पेन्दर राजपूत ने कहा कि मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के लिए निर्वाचन विभाग द्वारा ऑनलाईन सुविधा प्रदान की गई है. जिसके तहत नागरिक इस सुविधा का लाभ उठाकर मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं. उन्होंने कहा कि छूटे हुए पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में शामिल करने के लिए बूथ स्तर के अधिकारियों को घर-घर जाकर नाम दर्ज करने के निर्देश भी दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि जिन मतदाताओं के मोबाइल नम्बर विभाग के पास उपलब्ध हैं, उन्हें समय-समय पर निर्वाचन सम्बन्धी जानकारी भेजी जा रही है. बैठक में उपस्थित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को अवगत करवाया गया कि नामांकन भरते समय निर्वाचन सम्बन्धि होने वाले खर्च के लिए अलग से खाता खोला जाय. उन्होंने राजनीतिक दलों को याद दिलाया कि प्रत्येक विधान सभा में निर्धारित 28 लाख रुपये की सीमा से उपर खर्च नहीं होना चाहिये. जिसके लिए उन्होंने एक एजेंट नियुक्त करने के लिए भी कहा है. बैठक में कांग्रेस, भाजपा, बहुजन समाज तथा सीपीआई पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद थे.