सोलन. चुनावों का समय पास आते ही राजनीतिक हलचल बढ़ चुकी है आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला भी अब जारी हो चुका है तीसरे विकल्प के रूप में राजनीतिक दल उभरना चाहते हैं. वहीं सोलन के युवाओं का मानना है कि भाजपा और कांग्रेस सोलन विधानसभा क्षेत्र में परिवारवाद को लेकर आ रहे हैं. उनका आरोप है कि भाजपा और कांग्रेस का आपसी समझौता है और सोलन से सांसद विरेंद्र कश्यप, कांग्रेस के विधायक धनीराम शाण्डिल दोनों ही रिश्तेदार हैं. वहीं अब जो कैंडिडेट भाजपा से चर्चा में है वह भी इन दोनों का रिश्तेदार है. ऐसा लगता है कि सोलन में भाजपा या कांग्रेस नहीं कोई परिवार राज कर रहा है इसलिए वह चाहते हैं कि सोलन की जनता को कोई नया विकल्प मिले.
जिले के युवा चाहते हैं बदलाव
लोगों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि सोलन की जनता परिवारवाद से बाहर निकलना चाहती है. उन्होंने कहा कि केंद्र से लेकर जिला सोलन तक सत्ता की भूख परिवार वाद को जन्म दे चुकी है. लेकिन जनता काम और विकास चाहती है. इस लिए वह इस बार परिवारवाद नहीं चलने देंगे. कर्मठ ईमानदार ओर जुझारू उम्मीदवार को ही चुनेगें. जिले में बेरोज़गारी ज्यादा बढ़ रही है. लेकिन दोनों राजनैतिक दल आरोप प्रत्यारोप में लगे है. इसलिए जिले के युवा बदलाव का मन बना चुके है.