शिमला. पूरे 5 साल जो कांग्रेस पार्टी बदहाल थी जिसे पैसों के लिए हर किसी के आगे हाथ फैलाने पड़ रहे थे वही पार्टी आज करोड़पति बन गयी है। जी हां, पार्टी के एक छोटे से फैसले ने हिमाचल कांग्रेस की गरीबी दूर कर दी है। प्रदेश कांग्रेस ने पहली बार टिकट आवेदन के लिए फीस तय की है। वह भी कम नही पूरे 25 हजार। जिसे टिकट की चाहत है वे 25 हजार रुपये के साथ पार्टी कार्यालय में आवेदन करे। हाँ एससी वर्ग के लिये यह फीस 15 हजार तय की गयी है।
पहले 5 अक्टूबर थी आखिरी तिथि
इसी कड़ी में 5 अक्टूबर आखिरी तिथि तय की गई थी और 5 तक प्रदेश भर में करीब 400 नेता आवेदन कर चुके हैं।
इनमें से करीब 180 आवेदन तो शिमला पार्टी मुख्यालय में ही जमा करवाए गए हैं। इस दौरान करीब एक करोड़ रुपया पार्टी फंड में जमा हो चुका है। अब पार्टी के नेता गदगद हैं और सोच रहे हैं कि आखिर ऐसा निर्णय पहले क्यों नहीं लिया।
पहले पार्टी सरकार और बड़े कार्यकर्ताओं का मुंह ताकती रही। न वीरभद्र सरकार ने कुछ दिया न केबिनेट मंत्रियों, मुख्य संसदीय सचिवों, विधायकों और चेयरमैनों ने पार्टी फंड में योगदान दिया। अब ऐसे में संगठन चले तो कैसे। 5 साल बस एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे और फायदा उठाया विपक्ष ने।
टिकट चाहिए तो पहले करो आवेदन
अब खुश्की दूर हुई तो संगठन के मुखिया सुक्खू खुश हुए। अब टिकट चाहिए तो पार्टी कार्यालय में आओ। जो आवेदन नहीं करेगा उसे किसी हाल में टिकट नहीं मिलेगा। जब कि आज तक वीरभद्र सिंह टिकट देते थे या दिल्ली दरबार से टिकट लाये जाते थे। इस निर्णय का असर हिमाचल में तो खूब हुआ है। जिसका नातीजा है कि केबिनेट मंत्री हो या बड़े दिग्गज नेता जो 5 साल कांग्रेस कार्यालय में दर्शन देने भी नहीं आये वो टिकट के लिए पहुंच गए।
इन मंत्रियोंं ने किया आवेदन
आवेदन करने वाले कांग्रेस दिग्गजों में कैबिनेट मंत्री, पूर्व मंत्री, विधायक आम नेता और अधिकारी कर्मचारी नेता सभी शामिल हैं। इन सभी में सबसे पहले अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनीता ठाकुर ने 25 हजार रुपये के साथ आवेदन किया।
वहीं केबिनेट मंत्री विद्या स्टोक्स, कौल सिंह ठाकुर, सुजान सिंह पठानियाँ, कर्नल धनी राम शांडिल ने शिमला मुख्यालय में आवेदन किया। रंगीला राम राव, चंद्र कुमार, ठाकुर राम लाल, किशोरी लाल, मनसा राम, रवि ठाकुर, संजय रतन, अजय महाजन, नंद लाल, खूब राम, राम कुमार चौधरी, अनिरुद्ध सिंह और मोहन लाल ब्राक्टा सहित करीब 180 नेताओं ने शिमला मुख्यालय राजीव भवन में ही टिकट के लिए आवेदन किया।
विक्रमादित्य ने अभी नहीं किया आवेदन
वहीं मुख्यमंत्री के पुत्र युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने अभी आवेदन नहीं किया है। अब 10 अक्टूबर तक आवेदन की तिथि बढ़ा दी है। इसलिये संभव है कि 10 तारीख तक आवेदकों का यह आंकड़ा 1 हजार के पार हो जाए। सारे आवेदन, पार्टी मुख्यालय शिमला के अलावा जिला और ब्लॉक कार्यालयों में भी जमा करवाए जा रहे हैं।
वीरभद्र सिंह और सुक्खू को आवेदन से छूट
कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष पार्टी के मुखिया हैं। ऐसे में उन्हें आवेदन से छूट मिल जाती है। क्योंकि व्यक्ति स्वयं अपने पास आवेदन नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए ही इस तरह का निर्णय लेना पड़ा है।