सिरमौर. ग्राम पंचायत डीलमन ने सरकारी धन का बेहद ही अच्छे तरीके से इस्तेमाल किया गया है. यहां एक छत के नीचे पंचायत के लोगों को कई सुविधाएं दी गयी है. पंचायत घर में जहाँ पंचायत से जुड़े सभी कामकाज निपटाये जाते हैं. वहीं पंचायत घर के भीतर ही आंगनवाड़ी व सिलाई सेंटर भी बनाया गया है. पंचायत से जुड़ी पूरी जानकारी दीवारों पर बेहद सुंदर तरीके से अंकित गयी है. स्थानीय पंचायत प्रधान पूनम ठाकुर ने बताया कि कोशिश की गयी है की हर छोटी बड़ी सुविधायें लोगो के लिये पंचायत में ही मुहैया करवायी जा सके. उन्होने सहयोग के लिए स्थानीय लोगों का भी आभार जताया है.
स्वछता में कायम की मिसाल
स्वच्छता के क्षेत्र में डीलमन पंचायत मिसाल बनी हुई है. स्वच्छ भारत मिशन को इस पंचायत में उसके सही आयाम तक पहुंचाया जा रहा है. हाल ही में इस पंचायत को जिला स्तर पर स्वच्छता के लि ये महर्षि वाल्मीकि पुरस्कार से नवाज़ा गया है. पंचायत द्वारा जहां विशेष तौर पर लोगों को घर घर में कूड़ेदान बांटे गये. घर-घर जाकर स्वच्छता का संदेश भी दिया जाता है. यह पंचायत पूरी तरह से निर्मल ग्राम पंचायत घोषित की गयी है.
पंचायत के अलग-अलग गांवों में स्वच्छता संबंधी बोर्ड लगाये गये है. जो लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाते है. पंचायत के उपप्रधान देवराज ने बताया कि पंचायत में विशेष रूप से लोगों में स्वच्छता को लेकर अलख जगाई गई है. यहाँ आयोजित होने वाली हर ग्राम सभा में लोगों को स्वच्छता सम्बन्धी जानकारी दी जताई है. स्वच्छता को लेकर पूरी पंचायत में लोगों का भरपूर सहयोग मिलता है.
स्थानीय लोग जता रहे आभार
स्थानीय लोग पंचायत के काम से बेहद खुश हैं. लोगों का कहना है कि पंचायत द्वारा विभिन्न विकासात्मक कार्य पंचायत के तहत चलाये जा रहे हैं. जिसका सीधा लाभ लोगों को मिल रहा है. वही यहां पर सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण ले रही स्थानीय किशोरियों ने भी पंचायत का आभार जताया और कहा कि उनको पंचायत की बदौलत घर द्वार पर ही यह प्रशिक्षण मिल रहा है.
अन्य पंचायतों को प्रेरणा लेने की जरूरत
डीलमन पंचायत का कामकाज सही मायने में काबिले तारीफ़ है. यदि इसी तरीके से सरकारी धन का सही इस्तेमाल हो और लोगों को सुविधाएं मिले तो ही सरकार के कार्यक्रम व नीतियां सिरे चढ़ पाएंगी. ऐसे में जिला व प्रदेश की पंचायतों को भी इस पंचायत से सीख लेनी चाहिये.