सिरमौर(श्री रेणुका जी). टिकट आवंटन के साथ ही हिमाचल में बागियों की संख्या बढ़ने लगी है. इस बार हिमाचल में बागी हुए प्रत्याशी यदि चुनाव लड़ते हैं तो कई जगह पार्टी के उम्मीदवारों का खेल बिगाड़ सकते हैं. श्री रेणुका जी विधानसभा बीजेपी में भी बगावती सुर बुलंद है. पूर्व बीजेपी विधायक हृदयराम बागी बन गये हैं. अब वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं. बता दें कि इस बार रेणुका जी से बलबीर चौहान को भाजपा से टिकट दिया गया है.
रेणुका से भाजपा के विधायक रहे हृदयराम को इस बार पार्टी का टिकट नहीं मिल पाया है. जिससे नाराज बीजेपी नेता ने आज समर्थकों के साथ हरिपुर धार में जमकर प्रदर्शन किया. वहीं हृदयराम ने कहा कि साजिश के तहत उनका टिकट काटा गया है और रातों रात टिकट में बदलाव किया गया, जिससे वह बेहद आहत हैं. हृदयराम ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. वह 23 नवंबर को नामांकन दर्ज कर सकते हैं.
बागी बने पूर्व विधायक हृदयराम ने आरोप लगाते हुये कहा कि 2012 के विधानसभा चुनाव में भी उन्हें बीजेपी नेता बलबीर चौहान के भितरघात की वजह से ही हार का सामना करना पड़ा था. हृदयराम ने कहा कि बलवीर चौहान अगर साथ देते तो 2012 में भी उन्हें जीत मिलती. सूत्रों की माने तो हृदयराम चौहान ने लोकसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी की टोपी पहनी थी जिसका खामियाजा इस बार हृदयराम को भुगतना पड़ रहा है. रेणुका बीजेपी पूरी तरह से दो धड़ों में बट गयी है. राजनीतिक पंडितों की माने तो यदि यह लड़ाई इसी रूप में भाजपा के भीतर चलती रही तो इसका लाभ कांग्रेस को मिल सकता है.