बिलासपुर. फिजियोथेरेपिस्ट ज्योति ठाकुर मामले को लेकर एसआइटी टीम द्वारा की जा रही सुस्त कार्यवाही से हताश परिजनों ने अब बड़ा कदम उठाने का निर्णय ले लिया है. अब इस मामले को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जायेगा. जहां मामले की सीबीआई जांच की मांग की जाएगी.
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ज्योति ठाकुर के परिजन 23 अक्टूबर को बिलासपुर में सड़कों पर उतरकर इंसाफ की गुहार लगाएंगे. काले बिल्ले लगाकर कैंडल मार्च निकाला जाएगा. जिसमें परिजनों के साथ बिलासपुर की कई सामाजिक संस्थाएं भी शामिल होंगी. इसका खुलासा रविवार को ज्योति ठाकुर के पिता रामचंद ठाकुर व भाई आशीष ठाकुर ने बिलासपुर में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान किया.
कैसे वायरल हुयी ज्योति की फोटो?
ज्योति के पिता रामचंद ठाकुर का कहना है कि पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित एसआइटी टीम पिछले डेढ़ माह से मामले की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक मामले में कोई बड़ा खुलासा नहीं हुआ है. साथ ही अभी तक फोरेंसिक रिपोर्ट भी नहीं आई है. परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि बीते 28 सिंतबर के दिन एसआइटी अधिकारी उनके घर आये थे और उन्हें केस बंद करने के लिये बार-बार दबाव डाल रहे थे. जिसमे परिजनों को एसआइटी अधिकारी पर शक है कि वह जरूर मामले को लेकर कोई बड़ा राज छुपाने की कोशिश कर रहे हैं.
सवाल यह भी पूछा जा रहा है कि कुछ समय पहले पुलिस ने फोटो वायरल करने वालों का पता चल जाने की बात कही थी. वहीं एक माह से अधिक समय हो गया है अभी तक क्यों नहीं फोटो वायरल करने वालों को पकड़ा गया है. मृतका ज्योति के परिवार वालों ने साफ शब्दों में पुलिस व एसआइटी अधिकारी की जांच पर कई सवाल उठाए हैं.
12 बजे निकलेगा कैंडल मार्च…
ज्योति ठाकुर के परिजनों द्वारा 23 अक्टूबर को 12 बजे बस अड्डा के साथ लगते श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर से कैंडल मार्च निकाला जायेगा. जिसमें परिजनों सहित हमीरपुर से उनके रिश्तेदार व बिलासपुर की कई सामाजिक संस्थाएं काले बिल्ले लगाकर रोष प्रदर्शन करेंगे.