अजमेर : जैविक खेती से गुणवत्ता के साथ उत्पादन की क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है. इसका उदाहरण कमला विहार खाजपुरा हटूंडी स्थित भारद्वाज फार्म हाउस पर देखा जा सकता है. जब बिना किसी रासायनिक उपयोग के करीब ढ़ाई फुट लंबी और 2 किलो वजनी ककड़ी की पैदावार हुई है.कृषक अमित भारद्वाज ने बताया कि भारद्वाज फॉर्म पर यह खीरा ककड़ी का पहला प्रयोग था. इसमें सफलता के बाद अगले वर्ष संपूर्ण क्षेत्र में खीरा की पैदावार की जाएगी.
भारद्वाज ने बताया कि समय पर बीज बोकर निरंतर उसकी देखभाल करने से इस तरह की फसल आसानी से प्राप्त की जा सकती है. गौरतलब है कि अमित ने इससे पूर्व भी अपने खेत में करीब ढ़ाई से 3 किलो की शकरकंदी की पैदावार की थी.