बिलासपुर(झंडूता). भाखड़ा बांध बनने के बाद झंडूता विधानसभा क्षेत्र की एक दर्जन से ज्यादा पंचायतें आज भी एसडीएम कार्यालय से कटी हुई हैं. बैहना ब्राहम्णा से बाला पुल के न बनने से हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. कई साल से यह मुद्दा राजनेताओं के आसपास घूमता रहा लेकिन आजतक पुल के निर्माण के लिए किसी ने कोई भी कदम नही उठाया. हर बार राजनेता जनता के सामने इस मुददे को लेकर भी गए और वोट हासिल किए लेकिन आजतक पुल नही बन पाया.
15 किलोमिटर का सफर तय करना पड़ता है
झंडूता विधान सभा क्षेत्र के प्रत्याशी इन पंचायतों के यहां वोट मांगने जा रहे हैं तो वहां के लोग पुल के बारे में उनसे पूछ रहे है. इन पंचायतों के लोगों के लिए पुल का न होना समस्या बना हुआ है. लोगों को दस से 15 किलोमीटर तक का सफर तय कर उपमंडल कार्यालय झंडूता पहुंचना पड़ता है. ज्यादा तर पंचायतें भाखड़ा विस्थापित हैं. इसके अलावा बरसात के समय जलस्तर बढ़ने से स्कूली बच्चों सहित सरकारी कर्मचारियों को खासा परेशान होना पड़ता है.
बैहना ब्राहमणा से बाला के लिए पुल की मांग
क्षेत्र में अधिकतर आबादी भाखड़ा विस्थापितों की है. ऐसे में अगर पुल का निर्माण किया जाता है कई साल से दर्द झेल रहे विस्थापितों को राहत मिलेगी. लोग बैहना ब्राहमणा से बाला के लिए पुल बनाने की कई बार मांग कर चुके हैं. इस स्थान पर दोनों ओर प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत पक्की सड़क है लेकिन बीच में पुल न होने के कारण लोगों का भारी परेशानी का समाना करना पड़ता है. पुल बनने से हजारों लोगों को उपमंडल कार्यालय, तहसील कार्यालय, कॉलेज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बाल विकास केंद्र जैसे कार्यालयों तक पहुंचने में आसानी होगी.