राजद और कांग्रेस से अलग जाकर जदयू ने एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन दिया. यह महागठबंधन के रिश्तों में खटास पैदा कर रही है.जबकि नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों के उम्मीदवार घोषणा पहले से ही साफ़ कर दिया था कि वह राम नाथ कोविंद को समर्थन करेंगे. जदयू के इस फैसले से पहले राजद और जदयू में टकराव और अब कांग्रेस के साथ भी कुछ ऐसाहोता नजर आ रहा है.
कांग्रेस और जदयू के रिश्ते पर चुप्पी तोड़ते हुए जदयू के वरिष्ठ नेता के.सी.त्यागी ने कहा है कि कांग्रेस के बर्ताव से परेशान होकर यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि हमारे नेता नीतीश कुमार की छवि ख़राब की जा रही है. उन्होंने कहा कि हम इससे पहले कई बार राष्ट्रपति उम्मीदवार के मामले पर सफाई दे चुके हैं. लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाबनबी आजाद ने कहा कि ‘नीतीश कुमार मौकापरस्त इंसान हैं’ उनके इस शब्द ने पार्टी को हिलाकर रख दिया. उन्होंने कहा कि हमने कांग्रेस यह बात पहले भी बता दिया कि कोविंद को हमारा समर्थन सिर्फ एक बार ही है.
वहीं त्यागी ने कांग्रेस द्वारा अपनी पार्टी के उम्मीदवार खड़े करने को लेकर भी पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “अप्रैल महीने में हुई बैठक में सभी 17 दलों ने यह तय किया था कि विपक्ष एक गैर-कांग्रेसी को उम्मीदवार बनाएगा लेकिन हमें अब लगता है कि कांग्रेस को अपना उम्मीदवार ही चाहिए था. वहीं के.सी. त्यागी ने इशारा किया है कि वह उपराष्ट्रपति चुनाव विपक्ष के उम्मीदवार का समर्थन उनकी पार्टी कर सकती है.