कांगड़ा(पालमपुर). एक बच्चा जो महज कुछ मिनटों में ही दुनिया में कदम रखने वाला था उसे पालमपुर सिविल अस्पताल ने मार डाला. ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है क्योंकि बच्चे की डिलीवरी डॉक्टर की बजाय नर्स कर रहीं थी. जिसकी वजह से बच्चे का गला मां के पेट के अंदर नस में फंस गया और बच्चे की मौत हो गई. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन घटना पर दुख तो जता रहा है पर गलती नहीं मान रहा है, कि उनकी घोर लापरवाही के कारण एक मासूम की जान चली गई.
जांच की गई थी जिसमें सब कुछ ठीक था
जिया गांव की रहने वाली सरोज 30 नवंबर को पालमपुर के सिविल अस्पताल में भर्ती हुईं. 1 नवंबर को उसे रात के समय डिलीवरी के लिए ले गए लेकिन कुछ देर बाद खबर आई कि नवजात ने दम तोड़ दिया है. जबकि कुछ देर पहले ही सभी तरह की जांच की गई थी जिसमें सब कुछ ठीक था, बच्चा पूरी तरह स्वस्थ था. बच्चे की मौत के पीछे कारण बनीं नर्स जिसने डॉक्टर की गैर मौजूदगी में ही बच्चे की डिलीवरी करवाई.
आखिर मासूम की मौत का जिम्मेदार कौन
अस्पताल के अधिकारी अपनी सफाई में यह कह रहे हैं कि उन्हें बच्चे की मौत का बेहद दुख है. वह कह रहे हैं कि बच्चे का गला नस में फंस गया था जिसकी वजह से मासूम की मौत हो गई. वहीं अस्पताल इस बात को मानने से इनकार कर रहा है कि नर्स ने ही महिला की डिलीवरी करवाई है. अब प्रश्न यह उठता है कि आखिर मासूम की मौत का जिम्मेदार कौन है.