रिषभ कुमार राजपुरोहित एमबीए के छात्र हैं. जालंधर के लवली प्रोफेशनल विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं. एक सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाते हुये उन्होने फुटपाथ पर बुजुर्गों को ठंढ में ठिठुरते हुये देखा. रुषभ बताते हैं कि तब उन्हे काफी बुरा लगा और उन्होंने अपने पैसे से कुछ कंबल बांटे, लेकिन उन्होंने देखा कि शहर में रात गुजारने वाले लोगों की बड़ी संख्या है और ठंढ आने के बाद उनकी हालत बहुत खराब हो जाती है.
रिषभ ने लोगों से सहयोग लेने के लिये राजपुरोहित संस्था के नाम से ऑनलाइन ‘ब्लैंकेट डोनर’ वेबसाइट बनाई है. रिषभ कहते हैं, “हम लोगों के पास जाकर उनसे कंबल नहीं ले सकते हैं, हमारा इतना बड़ा नेटवर्क नहीं है और इसमें समय भी लगेगा इसलिये हमने ऑनलाइन दान मांगने की सोची है.” वे आगे कहते हैं कि हम यह सुनिश्चित करते है कि पूरे सप्ताह में जितने भी रुपये दान से मिलते हैं उसे शनिवार के दिन आसपास के जरूरतमंद के बीच बांट दें.
दान का सदुपयोग हुआ है इसके लिये रिषभ कंबल पाने वाले का नाम, फोटो के साथ एक सर्टिफिकेट भी मेल करने की बात करते हैं. वेबसाइट पर 100 रुपये से लेकर 500 रुपया तक के कंबल के लिये ऑनलाइन दान करने का विकल्प है.
पोर्टल पर ‘गौ-दान’ के लिये भी ऑनलाइन पेमेंट किया जा सकता है. यह राजस्थान के जालोढ़ जिले के पथमेरा स्थित गौशाला को सीधे मिलेगा. रिषभ आगे कबूतर दान की बात करते हैं. फिलहाल उनका पूरा ध्यान ज्यादा से ज्यादा लोगों को कंबल ओढाने का है क्योंकि पंजाब, दिल्ली और राजस्थान में ठंढ़ बढ़ रही है और इसके साथ ही फुटपाथ पर सोने वाले लोगों की दिक्कतें भी बढ़ती जा रही है.
www.rajpurohitsanstha.com