नई दिल्ली. काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और वैज्ञानिक पद्मश्री डा.लालजी का रविवार शाम निधन हो गया. वह 70 वर्ष के थे. दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. रात करीब 10 बजे उन्होंने अंतिम सांस लीं.
उनके निधन से बीएचयू परिसर और उनके गांव में शोक की लहर दौड़ गई. उनका अंतिम संस्कार सोमवार को वाराणसी में किया गया. लालजी बीएचयू में 2011 से 2014 तक कुलपति रहे. डॉ लालजी सिंह को ‘फादर आफ डीएनए फिंगरप्रिंट’ के नाम से भी जाना जाता था.
बीएचयू से उन्होंने बीएससी, एमएससी और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की. 2004 में उन्हें भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें पद्मश्री से विभूषित किया गया.