हमीरपुर(नादौन). हाईकोर्ट ने लावारिस गायों के लिए गोशालाओं के निर्माण के आदेश दिया था. इसके चलते सर्वे भी हुए कई जगह गोशालाओं के निर्माण भी शुरू हुए, लेकिन गायों को अभी तक छत नसीब नहीं हो पाई है.
इस वजह से गायों को कड़कड़ाती ठंड में खुले आकाश तले जीने को विवश हैं. समाजसेवी चौधरी चंदू लाल, होशियार सिंह पराशर, नौहंगी गांव के विकास, स्वर्णा देवी, विजय कुमार और अभिषेक कुमार ने खेद प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश में करोड़ों रुपए गोसदनों के नाम पर खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन सरकार गोसदनों के कार्य को पूरा नहीं कर पाई है.
इन लावारिस गायों और सांडों की वजह से यातायात बाधित होता है. दुर्घटनाएं भी होती हैं, कई वाहन चालक रात के समय गायों को कुचल भी चुके हैं. इसके चलते कई गायों को घायल और मार भी चुकी हैं, लेकिन लगता है कि सरकार और विभाग को इनकी कोई चिंता नहीं है.