बारां. मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के दूसरे चरण में जिले में निर्मित जल संरक्षण संरचनाओं के संबंध में मिनी सचिवालय सभागार में आयोजित बैठक में विभिन्न विभागों, विद्यालयों, वन महोत्सव एवं कारपोरेट सामाजिक सहभागिता के तहत पौधारोपण कार्यक्रम के संबंध में चर्चा की गई.
सीईओ जिला परिषद रामजीवन मीणा ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के दूसरे चरण में जल संरक्षण हेतु नोडल विभागों द्वारा कई जल संरचनाओं का निर्माण करवाया है और मानसून की वर्षा की शुरूआत के साथ ही इन संरचनाओं में पानी की आवक हो रही है. अतः इन स्थानों पर पौधारोपण किया जाना चाहिए जिससे क्षेत्र का वातावरण हरा-भरा हो व जल संरचनाओं को भी सुदृढता मिल सके.
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी पांचूराम सैनी को एनएसएस, एनसीसी व विद्यार्थियों के माध्यम से विद्यालय परिसर में नर्सरी बनाने एवं एमजेएसए के तहत पौधारोपण करवाने के निर्देश दिए गए. वन विभाग के अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि विभाग को जिले में 8 नर्सरी विकसित करने का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है जिसे जिले के इच्छुक विद्यालयों के माध्यम से पूरा किया जाएगा.
इस मौके पर सीओ स्काउट इन्द्राज सुथार को स्काउट के माध्यम से स्काउट उपवन तैयार करने का निर्देश दिया गया है. कारपोरेट सामाजिक सहभागिता के तहत अडानी ग्रुप व एनटीपीसी अन्ता को समीप की ग्राम पंचायतों में एमजेएसए की जल संरचनाओं के समीप पौधारोपण करने का अनुरोध किया गया जिस पर उक्त कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने सहमति दे दी है. इस अवसर पर एसीईओ अशोक पुरसवानी, विभिन्न विभागें के अधिकारी, स्वयं सेवी संस्थाओं, कारपोरेट हाउस, शैक्षणिक संस्थाओं, भारतीय स्काउट गाईड, एनसीसी आदि के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
बैठक में वन विभाग के अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि प्रदेश में वन महोत्सव आगामी 10 जुलाई को मनाया जाएगा जिसके तहत जिला, ब्लॉक व पंचायत स्तर पर स्थान चिन्हित कर पौधारोपण के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधि, विद्यार्थी, अधिकारी व आमजन शामिल होंगे. अतिरिक्त जिला कलक्टर वासुदेव मालावत ने कहा कि वन महोत्सव के अवसर पर प्रत्येक अधिकारी को विभागीय परिसर में पौधारोपण करते हुए अभियान में सक्रिय सहभागिता निभानी चाहिए. इस मौके पर विद्यालयों में प्रश्नोत्तरी व चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाएगा.