आज का दिन भारतीय शिक्षा जगत में मील का पत्थर साबित होने वाला है. आज भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली डिजिटल युग में प्रवेश करने जा रही है. भारत में चल रहे सैंकड़ों कोर्सेज को डीटीएच चैनल्स, टेबलेट्स, और मोबाइल के जरिये पढ़ा जा सकेगा. इन कोर्सेज को आईआईटी, जेएनयू, दिल्ली यूनिवर्सिटी और अन्ना यूनिवर्सिटी जैसे प्रीमियर इंस्टीट्यूट्स के 1,000 से अधिक एक्सपर्ट फैकल्टी मेंबर्स ने इन कोर्सेज को तैयार किया है.
आज राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी इस स्वयं प्रभा प्लेटफार्म को लांच करेंगे. इस ऑनलाइन कोर्स को क्वालीफाई करने वाले छात्रों को नैशनल ऐकडेमिक डिपॉजिटरी सर्टिफिकेट्स के तरफ से प्रमाण पत्र दिए जायेंगे. इस कोर्स के जरिये कक्षा दस से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक के छात्र पढाई कर सकेंगे. इस प्लैटफॉर्म के जरिए स्टूडेंट्स कभी भी, कहीं भी जरूरी जानकारी के बारे में ऑनलाइन पढ़ सकेंगे. ये सभी कोर्सेज फ्री में उपलब्ध होंगे. इन ऑनलाइन कोर्सेज को क्लीयर करने वाले देश के प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूट्स के छात्रों को क्रेडिट भी दिया जाएगा.
‘स्वयं’ का उद्देश्य है कि सभी छात्रों को बेस्ट टीचिंग और पढाई के लिए उपयुक्त संसाधन उपलब्ध करवाना मुख्य उद्देश्य है. वहीँ डिजिटल माध्यम के द्वारा छात्रों तक पहुँच बनाकर उनको नॉलेज इकॉनमी की मुख्यधारा से जोड़ना मुख्य मकसद है.