हमीरपुर. कूड़ा-कचरा जलाते समय आग की चपेट में आने से फार्मासिस्ट की टांडा में मौत हो गई है. हमीरपुर जिला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चैड़ू पीजीआई में उपचार के दौरान व्यक्ति ने अंतिम सांस ली. आग से 80 फीसदी तक झुलस चुके रजनीश कुमार को टांडा अस्पताल से पीजीआई रैफर किया गया था. शव परिजनों को सौंप दिया गया है.
कपड़ों को काटकर शरीर से अलग किया
पांच जनवरी को चैड़ू स्वास्थ्य केंद्र में तैनात फर्मासिस्ट रजनीश कुमार कूड़ा जलाते समय आग की चपेट में आ गया. रैक्सीन की जैकेट आग की चपेट में आकर पिघल गई और व्यक्ति के शरीर से चिपट गई. इस कारण शरीर का 80 फीसदी भाग आग की चपेट में आकर झुलस गया. लोगों ने किसी तरह से कपड़ों को काटकर शरीर से अलग किया गया. इसके बाद व्यक्ति को नादौन में प्राथमिक उपचार के बाद टांडा भेजा गया. टांडा से इसे पीजीआई रैफर किया गया. जिसके बाद पीजीआई में रविवार को व्यक्ति की मौत हो गई.
घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े थे लेकिन
कूड़ा-कचरा जलाते समय चैड़ू स्वास्थ्य केंद्र का फार्मासिस्ट आग में गिर गया था. पैर फिसलने के कारण व्यक्ति आग की चपेट में आया था. कपड़ों में आग लगने के बाद व्यक्ति बुरी तरह से झुलस गया था. चिल्लाने की आवाज सुनकर लोग घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े थे लेकिन जब लोग पहुंचे, तो व्यक्ति आग से बुरी तरह झुलस चुका था.