कुल्लु. राजपरिवार के सदस्य कवंर वीरेंद्र सिंह ने रघुनाथ मंदिर अधिग्रहण रद्द होने के बाद गुरूवार को पहली बार पत्रकार वार्ता को संबोधित किया. कुल्लू में इस दौरान उन्होंने कहा कि रघुनाथ मंदिर किसी का निजी मंदिर नहीं है. उन्होंने कहा कि “महेश्वर सिंह कहते हैं कि मंदिर उनकी निजी संपत्ति है, यह गलत है. राजपरिवार सेवक हैं मालिक कोई नहीं. वैसे भी रघुनाथ जिला कुल्लु के आराध्य देवता हैं, कोई उनका कैसे मालिक हो सकता है.”
वीरेंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार ने इस फैसले को निरस्त किया, मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना, लेकिन मैं इतना ही कहना चाहता हुं कि, महेश्वर सिंह राज परिवार में अकेले पैदा नहीं हुए हैं. मंदिर उनकी निजी संपत्ति नहीं है, ये राज परिवार की संपत्ति है. उन्होंने कहा कि महेश्वर सिंह मंदिर के नाम पर समय-समय पर मनाली से लेकर आनी-निरमंड तक अनुदान लेते हैं परंतु, जब मंदिर के लेखा-जोखा की बात करें तब ये उनका निजी मंदिर हो जाता है. उन्होंने कहा कि मंदिर के नाम पर जो राजनीति हो रही है, वो नहीं होनी चाहिए.