नई दिल्ली. नोएडा में एक एसआई की ओर से जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव को गोली मारने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. गंभीर रूप से घायल अस्पताल में भर्ती जितेंद्र के परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए, 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है.
जितेंद्र यादव के परिजनों ने कहा कि फर्जी एनकाउंटर की कोशिश में जितेंद्र को गोली मारी गई है. यह केवल जल्दी प्रमोशन और मेडल हासिल करने के लिए ऐसा किया गया. इससे पहले रविवार को जितेंद्र के भाई धर्मेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी सब इंस्पेक्टर विजय दर्शन को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है.
राजनीति शुरू
वहीं इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी के कई नेता जितेंद्र को अस्पताल में देखने पहुंचे. सपा की पार्टी प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारी प्रमोशन की लालच में मासूम लोगों पर गोली चला रहे हैं. राज्यसभा में भी सोमवार को सपा नेता नरेश अग्रवाल ने फेक एनकाउंटर का मुद्दा उठाया. जिसपर खूब हंगामा हुआ.
फर्जी मुठभेड़ का मामला नहीं
नोएडा के एसएसपी लव कुमार का कहना है कि यह फर्जी मुठभेड़ का मामला नहीं है. उनके मुताबिक जितेंद्र यादव 5 लोगों सहित गाजियाबाद के बहरामपुर गांव से किसी सगाई समारोह से लौट रहा था. कर्थाला चौकी पर एसआई विजय दर्शन ने उनकी गाड़ी रुकवाई. जिसके बाद वहां उन लोगों में झड़प हो गई, जिसमे एसआई विजय दर्शन ने गोली चला दी, जो जितेंद्र के गर्दन में जा लगी.