कुल्लू. एडीएम एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के नोडल अधिकारी अक्षय सूद ने विभिन्न प्रशासनिक, पुलिस, अर्द्धसैनिक और विभागीय अधिकारियों को आठ फरवरी को प्रस्तावित प्रदेशव्यापी माॅक ड्रिल के दौरान पूरी सक्रियता, तत्परता और आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं. उक्त माॅक ड्रिल को लेकर सोमवार को बचत भवन में अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडीएम ने कहा कि यह माॅक ड्रिल जिला में आपदा प्रबंधन की तैयारियों की एक ‘परीक्षा’ होगी और इसके माध्यम से सभी आवश्यक प्रबंधों, विभिन्न संसाधनों, क्षमताओं व कमियों का आकलन भी किया जा सकेगा.
इसलिए सभी अधिकारी-कर्मचारी इस माॅक ड्रिल को एक वास्तविक आपात परिस्थिति की तरह लें. अक्षय सूद ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जिला आपदा प्रबंधन योजना तैयार की है. इसके अलावा सभी विभागों की भी अपनी-अपनी आपदा प्रबंधन योजनाएं हैं. इन योजनाओं में हर विभागीय अधिकारी-कर्मचारी की जिम्मेदारी पहले से ही निर्धारित है. 8 फरवरी को सायरन बजते ही सभी सरकारी कार्यालयों व संस्थानों में भूकंप से बचाव का अभ्यास किया जाएगा और उसके बाद राहत व बचाव कार्य आरंभ कर दिए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि माॅक ड्रिल के लिए संबंधित विभागोें के अधिकारियों को जिम्मेवारियां सौंप दी गई हैं. ये अधिकारी अपने-अपने स्तर पर टीमों का गठन कर लें और इसकी सूची छह फरवरी तक जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को सौंप दें। उपमंडल स्तर पर भी सभी एसडीएम संबंधित विभागों की टीमें तैयार कर लें.
एडीएम ने बताया कि मैगा माॅक ड्रिल के दौरान जिला मुख्यालय के अलावा सभी उपमंडल मुख्यालयों के कम से कम एक-एक घनी आबादी वाले क्षेत्र में राहत व बचाव कार्यों को अंजाम दिया जाएगा. इस दौरान सभी संबंधित विभाग सुनियोजित, सुव्यवस्थित और वैज्ञानिक ढंग से कार्य करें, क्योंकि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पर्यवेक्षक राहत व बचाव टीमों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे.
बैठक के दौरान जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की प्रशिक्षण समन्वयक हरकंचन ने माॅक ड्रिल की विस्तृत जानकारी दी. इस मौके पर एएसपी निश्चिंत नेगी, एसडीएम कुल्लू डा. अमित गुलेरिया, एसडीएम बंजार एमआर भारद्वाज, एसडीएम मनाली रमन घरसंगी, एसडीएम आनी पूजा चैहान, सहायक आयुक्त सन्नी शर्मा, आरटीओ डा. सुरेश जसवाल और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.