विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) में योग्यता हासिल करने के मानदंडों में बदलाव किया है. अब यूजीसी-नेट परीक्षा देने वाले शीर्ष 6 फीसद उम्मीदवारों को योग्य घोषित किया जाएगा. जबकि पिछले साल तक औसत सफलता की दर 4.46 फीसदी रही है.
अब तक यूजीसी-नेट परीक्षा देने वाले हर विषय और हर श्रेणी के शीर्ष 15 फीसद उन उम्मीदवारों को योग्य माना जाता था, जिन्होंने पेपर-1, पेपर-2 और पेपर-3 में निर्धारित न्यूनतम अंक हासिल किए हों.
केरल हाईकोर्ट के आदेश के बाद मानदंडों और प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। नए मानदंडों के मुताबिक, अब यूजीसी-नेट परीक्षा देने वाले शीर्ष 6 फीसद उम्मीदवारों को योग्य घोषित किया जाएगा. यूजीसी के अनुसार पिछली चार परीक्षाओं के औसत को देखें तो 4.46 फीसद उम्मीदवार ही योग्य घोषित किए गए थे. इस हिसाब से भविष्य में आयोजित होने वाली परीक्षाओं में योग्य उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
आगामी नेट जेआरएफ के लिए तय की गई तारीख
परीक्षा की तिथि-5 नवंबर
ऑनलाइन आवेदन- 1 से 30 अगस्त
लाइन फीस जमा करने की अंतिम तिथि- 31 अगस्त
हर साल जून-जुलाई में होने वाली यह परीक्षा इस साल जून-जुलाई में आयोजित नहीं की गई। इसको लेकर छात्रों में काफी रोष था और उन्होंने यूजीसी मुख्यालय पर प्रदर्शन भी किया था। परीक्षा से संबंधित अन्य जानकारियां 24 जुलाई को सीबीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएंगी.
मालूम हो कि, देश के सभी डिग्री कॉलेजों में सहायक प्राध्यापक बनने और शोध करने के लिए इस परीक्षा में योग्यता हासिल करना अनिवार्य होता है. यूजीसी-नेट परीक्षा का आयोजन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) करता है.