भोरंज (हमीरपुर). जाहू घघर नाले में बना उठाऊ पेयजल योजना लदरौर खुर्द का डैम पंद्रह सालों से गाद से भर चुका था और पानी भी सूखने की कगार पर था. सड़क सुविधा के अभाव में एक बार भी सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग ने डैम की न तो सफाई की और न ही गाद को निकाला. विभाग की उपेक्षा से दुखी ग्रामीणों ने पंचायत का सहयोग करके इस खुद ही संवार दिया.
ग्रामीणों के इस हौसले की हर जगह चर्चा हो रही है. हमीरपुर जिला के भोरंज उपमंडल की झरलोग पंचायत के ग्रामीणों के लिए पेयजल योजना लदरौर खुर्द भोटा आईपीएच सब डिवीजन के अंतर्गत आती है. हमीरपुर और बिलासपुर जिला की ओर बहने वाले घघर नाले में पानी को बेकार बहने से रोकने के लिए पंचायत ने वर्षों पहले चैक डैम का निर्माण करवाया था. पानी की प्रचुर मात्रा को देखते हुए इस चैक डैम से वर्ष 2003 में लदरौर खुर्द पेयजल योजना का निर्माण किया गया.
उस समय इस योजना के अधीन नलों की संख्या 50 के करीब थी और आबादी 899 थी. आज आबादी 1500 के करीब होने से नलों की संख्या तीन गुणा से भी अधिक बढ़ कर 175 हो गई है. चैक डैम से पानी उठाकर योजना के फिल्टर करने के लिए वाटर टैंक में डाला जा रहा है. गाद से भरे डैम के कारण गर्मी के मौसम में योजना सूख रही थी. पानी के घटते स्तर को देखते हुए पंचायत व ग्रामीणों ने 2.5 किलोमीटर सड़क का निर्माण डियाउ तक करवाया और जेसीबी मशीन डैम तक पहुंचाई.
जेबीसी मशीन से 40 घंटे डैम के बीच खुदाई करके गाद निकालने का सराहनीय कार्य किया. लगभग दस फुट की गहराई से पानी का जल स्तर भी बढ़ा है. इसके लिए ग्रामीणों ने 3,50,00 रुपये एकत्रित करके जल संरक्षण के लिए सराहनीय कार्य किया है. ग्रामीणों को अब गर्मी के मौसम में भी पर्याप्त पानी नसीब होगा. इस कार्य के लिए पंचायत प्रतिनिधि सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कई बार मांग कर चुके थे लेकिन विभाग इसे नकार चुका था. ग्रामीण नंद लाल, राम सिंह, प्रेम सिंह, राजकुमार, कुलवीर सिंह, सन्नी, विनोद कुमार, सरवन सिंह सहित 90 परिवारों ने 35 हजार रुपये एकत्रित किये और पंचायत को सहयोग किया. ग्रामीणों का कहना है कि अगर विभाग का सहयोग मिलता तो यह कार्य कई वर्ष पहले ही हो जाता.