पलामू. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि बेतला आने वाले वर्षों में विश्वस्तरीय व्याघ्र आवासन क्षेत्र के रूप में विकसित होगा. उन्होंने निर्देश दिया कि वन के अंदर भ्रमण के लिए प्रथम चरण में विशिष्ट कोटि की 10 गाड़ियां खरीदें. वन गश्ती दल में महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी हो. झारखण्ड मंत्रालय के सभाकक्ष में पलामू टाइगर फाउन्डेशन की गवर्निंग बाॅडी तथा पलामू टाइगर रिजर्व की स्टेयरिंग कमिटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुरुवार यह निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि 6 बाघ अभी इस क्षेत्र में हैं. इनकी पूरी सुरक्षा तथा इनके आवासन को अनुकूल बनाने के लिए वन विभाग कार्य करें.
उत्पाद के लिए बाजार तैयार करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा वन क्षेत्र में रह रहे आदिम जनजातीय समुदाय के विकास कार्य को उन्हें विश्वास में लेकर किया जाना चाहिए. समिति के गैर सरकारी जन प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जन भावनाओं का ध्यान रखें और उससे अवगत कराएं. टाइगर रिजर्व क्षेत्र में धान के बदले तिलहन तथा अन्य उपज के बाबत भी मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों के लिए उत्पाद के लिए बाजार तैयार करें तब इन्हें लागू करें.
हर जिले में महिलाओं के लिए पोल्ट्री फेडरेशन
रघुवर दास ने कल्याण सचिव को निर्देश दिया कि वो नेतरहाट बरवाडीह, महुवाडांड, बेतला और उससे सटे क्षेत्रों में रहने वाले जनजातीय समुदाय को समर्पित विशेष योजना तैयार करें. उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला में पोल्ट्री फेडरेशन बनायी जाए तथा ग्रामीण महिलाएं इसे अपनी जीविका के लिए प्रोफेशनल तरीके से चलाएं.
लगेंगे इन्सुलेटेड तार, चलेंंगी रांची से बेतला दो बसें
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि ग्रामीण विद्युतीकरण के तहत बेतला वन क्षेत्र में पूरी तरह इन्सुलेटेड तार लगाए जाएं जिससे वन्य प्राणियों को करन्ट ना लगे. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब रांची से बेतला तक दो बसें चलेंगी. मुख्यमंत्री ने कहा किव वन विभाग समयबद्ध योजना के तहत सारे कार्य करें. घोर जंगल में रह रहे सभी परिवारों को शत प्रतिशत उज्जवला योजना से जोड़ा जाए ताकि जलावन के लिए लकड़ियां न चुनना पड़े. भूगर्भ जलस्तर बढ़ाने के लिए गांवों में अधिक से अधिक डोभा बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
बैठक में मनिका विधायक हरिकृष्ण सिंह, अपर मुख्य सचिव वन इन्दुशेखर चतर्वेदी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवााल, सचिव पंचायती विनय कुमार चैबे, सचिव कल्याण हिमानी पाण्डेय, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एल आर सिंह, मुख्य वन संरक्षक एम पी सिंह, अध्यक्ष जिला परिषद, लातेहार सुनीता कुमारी, मनोज सिंह, डी एस श्रीवास्तव, रतन तिर्की, मंगल उरांव, संगम लाहिरी तथा महालिंग मौजूद रहे.