नई दिल्ली. रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी पर सीबीआई ने शिकंजा कसा है. सोमवार की सुबह सीबीआई ने कोठारी के घर पर रेड मारी है. सीबीआई ने कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी को कानपुर से हिरासत में ले लिया है. ये छापेमारी बैंक ऑफ बड़ौदा की शिकायत पर की गई है. उनपर 800 करोड़ का लोन न चुकाने का आरोप है.
ये है मामला: एक और घोटाला: रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी बैंको के 500 करोड़ लेकर फ़रार
भागा नहीं हूं
विक्रम कोठारी पर नीरव मोदी की तरह देश छोड़कर भागने के आरोप लग रहे थे. जिसके जवाब में कोठारी ने कहा था कि वह देश छोड़कर कहीं नहीं गए हैं, यहीं कानपुर में ही हैं. कोठारी ने कहा कि मैंने बैंकों से लोन लिया है, ये गलत है कि अभी तक चुकता नहीं कर पा रहा हूं. मेरा बैंक का एलसी में केस चल रहा है, उसमें जल्द ही निष्कर्ष निकलेगा. उन्होंने कहा कि मैं अभी कानपुर से बाहर नहीं निकला हूं, ना ही कहीं जाऊंगा.
वहीं कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी ने 5 सरकारी बैंकों से 500 करोड़ से ज्यादा का लोन लिया था. जिसमे इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल है. ख़बरों के मुताबिक इन बैंकों ने भी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कोठारी को लोन दिया. कोठारी ने सबसे अधिक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 485 करोड़ का लोन लिया है. वहीं इसके बाद इलाहाबाद बैंक ने भी 352 करोड़ का क़र्ज़ दिया है.