नार्थ-ईस्ट के लोग देश में लम्बे समय से अलग टाइम जोन की मांग करते आ रहे हैं. इसकी मांग आज संसद में भी उठी. ओडिशा के बीजू जनता दल के लोकसभा सांसद भृतुहरि महताब ने इस मुद्दे को उठाया है. उनका कहना कि सामान्य भारतीय समय और नार्थ-ईस्ट भारत में दो घंटे के समय के का अंतर है. उन्होंने कहा कि हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नार्थ-ईस्ट के लोए अलग टाइम जोन की मांग की थी.
इस मुद्दे पर आगे कहते हुए भृतृहरि ने कहा कि इस बात को लेकर विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय को एक सर्वे करवाना चाहिए और पता करना चाहिए कि भारत को दो टाइम जोन में बाँटने से कितनी उर्जा बचाई जा सकती है. इससे पूर्व, महताब ने यह मामला उठाते हुए कहा कि अरूणाचल प्रदेश में सुबह चार बजे सूर्योदय होता है और उस क्षेत्र के लिए टाइम जोन को आधा घंटा आगे करने से सालाना 2.7 अरब यूनिट बिजली की बचत होगी. उन्होंने कहा कि टाइम जोन में बदलाव का अधिकार केवल केंद्र सरकार के पास है.
गौरतलब है कि गुवाहाटी हाई कोर्ट, अलग टाइम जोन की मांग को लेकर दायर की गई जनहित याचिका को ख़ारिज कर चुका है.