भारतीय वैज्ञानिक अंतरिक्ष में एक और छलांग लगाने की तैयारी कर रहे हैं. वैज्ञानिकों के द्वारा एक बार फिर से चांद पर चंद्रयान भेजने की तैयारी चल रही है. चंद्रयान-1 की सफलता के बाद चंद्रयान-2 इसरो का एडवांस वर्जन होगा. जिसमें चाँद की सतह के बारे में अधिक जानकारी इकठ्ठा करना होगा.
वहीं दूसरा मिशन मिशन एयरोस्पेस स्टार्टअप टीम इंडस का है जो चांद की सतह पर 500 मीटर चलने के अलावा तिरंगा फहराएगा. टीम इंडस का यह मिशन ग्लोबल लूनर XPRIZE ग्लोबल कॉम्पिटिशन के तहत किया जा रहा है जिसका प्राइज मनी 3 मिलियन डॉलर (करीब 192 करोड़ रुपये) है. इस कॉम्पिटिशन में चुनी गई टीमों को चांद की सतह पर रोवर को 500 मीटर चलाना है और चांद से पृथ्वी तक एचडी तस्वीरें भेजनी हैं. इस टीम का नेतृत्व आईआईटी दिल्ली से पढ़े राहुल नारायण कर रहे हैं और उनकी टीम में अधिकतर इंजिनियर युवा हैं.
इस प्रतियोगिता को पूरा करने के लिए एयरोस्पेस स्टार्टअप टीम इंडस इन्फोसिस के को-फाउंडर और UIDAI के पूर्व चेयरमैन नंदन नीलकेणी समेत इसरो के कुछ लोगों ने निवेश जुटाया है. इस टीम के बारे में नंदन नीलकेणी ने कहा कि टीम इंडस बड़े लक्ष्यों पर काम कर रहा है और मैंने इसमें इसलिए निवेश किया है कि मुझे चाँद पर पहुँचने और इस मिशन पर भरोसा है.